गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में आदिवासी विभाग की ओर से संचालित आवासीय छात्रावासों में अनियमितता रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर छात्रावास में फैली अव्यवस्था और अधीक्षिका के खिलाफ कलेक्टर से मुलाकात कर शिकायत की. नवनियुक्त कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने जल्द समस्याओं से निपटान का आश्वासन दिया है.
अधीक्षिका करती है मानसिक तौर पर प्रताड़ित: दरअसल, ये पूरा मामला जिला कलेक्टर कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की है. यहां पर रहने वाली छात्राएं बड़ी संख्या में अचानक जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं. बच्चों ने छात्रावास में पदस्थ अधीक्षिका सरिता टोप्पो पर दैनिक उपयोग का सामान न देने और मानसिक प्रताड़ना करने का आरोप लगाया है.इसके साथ ही मेन्यू के अनुसार भोजन मुहैया न कराने की बात भी छात्राओं ने कही है.
जानिए क्या है बच्चों का आरोप: इन बच्चियों का आरोप है कि, "छात्रावास में हर दिन नाश्ते में उन्हें पोहा दिया जाता है, जिसके चलते हमेशा बच्चों के पेट में दर्द भी होती रहती है. साथ ही छात्रावास में मेन्यू के अनुसार भोजन भी नहीं मिलता. अंडा चिकन कभी नहीं दिया जाता. जबकि ये सभी चीजें मेन्यू में है. कपड़े धोने के लिए साबुन तक मांगने पर अधीक्षिका कहती है उनके पास बजट नहीं है. बच्चियों की शिकायक के बाद कलेक्टर लीना मंडावी ने बच्चों की शिकायत सुनने के बाद जांच कर जरूरी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
बच्चियों की शिकायत के बाद इस पूरे मामले में छात्रावास अधीक्षिका सरिता टोप्पो ने छात्राओं द्वारा लगाए आरोप को गलत बताया है, जबकि जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है.