सोलन: सब्जी मंडी सोलन में मंगलवार को डबल मंडी के दौरान लहसुन के दामों में तेजी देखने को मिली है. आज लहसुन 295 रुपए प्रति किलो के हिसाब से सब्जी मंडी सोलन में बिका है. इन दिनों सब्जी मंडी सोलन में मध्य प्रदेश से लहसुन की सप्लाई हो रही है. देशभर की मंडियों में किसानों को लहसुन के बढ़िया दाम मिल रहे हैं.
फिलहाल अभी हिमाचल का लहसुन मंडियों तक नहीं पहुंच पाया है. लहसुन के बढ़ते दामों को देखकर आढ़तियों ने संभावना जताई है कि इस बार किसानों को लहसुन के बेहतर दाम मिल सकते हैं. हिमाचल प्रदेश में सोलन और सिरमौर क्षेत्र का लहसुन क्वालिटी में काफी अच्छा माना जाता है. यहां पर हर साल किसान लहसुन की भारी मात्रा में खेती करते हैं. ऐसे में किसानों को भी उम्मीद है कि इस बार उन्हें लहसुन के बढ़िया दम मिलने वाले हैं.
इस माह से शुरू होगा हिमाचल के लहसुन का व्यापार: सब्जी मंडी सोलन में लहसुन के आढ़ती हेमंत साहनी और पदम पुंडीर ने बताया कि हिमाचल का लोकल लहसुन अप्रैल माह में मंडियों तक पहुंचना शुरू हो जाएगा. अभी हिमाचल की मंडियों में मध्यप्रदेश, राजस्थान और यूपी से लहसुन की सप्लाई हो रही है. खासकर मध्यप्रदेश से बड़ी मात्रा में लहसुन हिमाचल की मंडियों में पहुंच रहा है, जो कि ₹300 से ₹350 प्रति किलो के हिसाब से मंडी में बिक रहा है. वहीं, बाजार में आम लोगों को ये लहसुन करीब 400 से 500 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है.
इस बार हुई लहसुन की बंपर फसल: लहसुन के किसान विजय, मदन, ललित और रोशन ने बताया कि इस बार फरवरी माह में बारिश होने की वजह से लहसुन की पैदावार अच्छी हुई है. जिसके चलते उन्हें लहसुन के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद है.
देशभर में होती है हिमाचल के लहसुन की सप्लाई: बता दें सोलन, सिरमौर, कुल्लू के लहसुन की दक्षिण भारत की मंडियों में भारी मांग रहती है. हिमाचल के इन क्षेत्रों का लहसुन क्वालिटी में बहुत अच्छा माना जाता है है. केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के अलावा उत्तर-पूर्व के राज्य त्रिपुरा व सिक्किम भी पिछले साल सोलन से लहसुन की खरीदारी कर चुके हैं.
सोलन मंडी में लहसुन का कारोबार: सोलन मंडी के सचिव रविंद्र शर्मा ने बताया कि सिरमौर में हर साल करीब 500 हेक्टेयर जमीन पर लहसुन की खेती होती है. कई बार इससे भी ज्यादा जमीन पर लहसुन उगाया जाता है. सोलन मंडी में हर साल अनुमानित 80 से 100 करोड़ रुपए के लहसुन का कारोबार किया जाता है. पिछली सर्दी में सोलन और सिरमौर जिले में बारिश न होने से सूखा रहा. जिससे लहसुन की फसल भी प्रभावित हुई है. इसके बाद जब लहसुन तैयार हुआ तो किसान बारिश के कारण समय पर लहसुन निकाल पाए नहीं, जिससे और ज्यादा नुकसान हुआ है.
ये भी पढ़ें: सेहत को अनेक फायदे पहुंचाता है लहसुन
ये भी पढे़ं: कभी देखा है काला लहसुन, गुणों की खान ये Super Food, सर्दियों में है रामबाण!