जोधपुर. भीतरी शहर में गुरुवार को गणगौर तीज पर गवर माता की सवारी निकाली गई. स्वर्णाभूषणों से लकदक गवर माता पुंगलपाड़ा स्थित ससुराल से शोभायात्रा के रूप में निकलीं. गणगौर मेले में राजस्थान की गौरवमयी संस्कृति का अनूठा संगम नजर आया. गणगौर को करीब 4 किलो के जेवर पहनाए गए. पुलिस सुरक्षा में निकली गणगौर की सवारी रात को राखी हाउस स्थित पीहर पहुंची. तीज के दिन बाद गवर माता पीहर जाती हैं और भोळावणी के दिन जल ग्रहण कर फिर अपने ससुराल पहुंचती हैं. इस दौरान वे तकरीबन 8 दिन तक पीहर रहती हैं. एक दिन आराम के बाद अगले दिन से गवर माता को आभूषणों से सज्जित कर सिंहासन लगाकर विराजित किया जाता है. उनकी पूरी आवभगत व मान-मनुहार होती है. इस दौरान श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं.
गुरुवार रात को शहर में निकली सवारी के मेले में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत भी शामिल हुए. शेखावत ने गणगौर मेले आई महिला शक्ति को लोकसभा चुनाव में राष्ट्र के लिए मतदान करने का आग्रह भी किया. शेखावत गणगौर मेले के दौरान शहर के भीतरी हिस्से में गणमान्य लोगों से मिले और शुभकामनाएं दी. भारतीय जनता पार्टी खांडा फलसा मंडल सहित अन्य कई संगठनों ने अनेक स्थानों पर केंद्रीय मंत्री शेखावत का स्वागत किया.
झांकियों ने मनमोहा, दो बजे तक रही रौनक : जालोरी गेट से भीतरी शहर होते हुए घंटाघर तक शोभायात्रा निकाली गई. सबसे आगे 19 साल का प्रज्ञांश लोहिया महिला का रूप लेकर चांदी का घुड़ला सिर पर उठाए चला. इस दौरान धार्मिक झांकियां भी शामिल हुईं. भगवान महादेव की टोली शेषनाग के रूप में चलते हुए शहरवासियों का मनोरंजन किया. शोभायात्रा में करीब 30 से ज्यादा झांकियां, 8 बग्घी, चार बैंड ने श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाया. इस दौरान भीतरी शहर सहित बाहर रहने वाले हजारों की संख्या में लोग मेला देखने उमड़े. रात करीब 2 बजे घंटाघर में मेला का समापन हुआ.