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11 अप्रैल को निकलेगी गणगौर की सवारी, कलेक्टर ने अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी

जयपुर के प्रसिद्ध गणगौर उत्सव के तहत 11 अप्रैल को गणगौर और 12 अप्रैल को बूढ़ी गणगौर की सवारी निकाली जाएगी. कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने सोमवार को गणगौर की सवारी के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी.

District Collectorate Jaipur
जिला कलक्ट्रेट जयपुर
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 8, 2024, 3:17 PM IST

जयपुर. गणगौर की सवारी को देखने के लिए देश-विदेश से सैलानी जयपुर पहुंचते हैं. दर्शकों की सुरक्षा एवं उत्सव में जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. नगर निगम हैरिटेज आयुक्त को सवारी मार्ग पर सफाई, पेयजल व्यवस्था, रोशनी की व्यवस्था, पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था, अग्निशमन वाहन एवं स्टाफ तैनात करवाये जाने के निर्देश दिए गए हैं.

जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जयपुर में 11 अप्रैल को गणगौर और 12 अप्रेल को बूढी गणगौर की सवारी निकाली जाएगी. इसके लिए पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर को सवारी के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द, सुरक्षा, कानून एवं शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. यातायात पुलिस उपायुक्त को सवारी के दौरान यातायात की माकूल व्यवस्था करने और यातायात पुलिसकर्मियों को तैनात करने का निर्देश दिए हैं.

पढ़ें: जोधपुर की पर्ची पर बोले धीरेंद्र शास्त्री - यहां भी जय जय होगी

कलेक्टर ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को विदेशी पर्यटकों को बिठाने की व्यवस्था करने, नगर निगम व सार्वजनिक विभाग से समन्वय रखते हुए सवारी के मार्ग में बेरिकेडिंग करवाने के निर्देश दिए हैं. जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड जयपुर के अधीक्षण अभियंता को सवारी मार्ग में विद्युत तारों को दुरुस्त करवाने के निर्देश दिए हैं. आपको बता दें कि गणगौर उत्सव के लिए जयपुर विश्व में विख्यात है. जयपुर की गणगौर की सवारी देखने के लिए देश विदेश के पर्यटक भी पहुंचते है और उसका लुत्फ भी उठाते हैं. गणगौर की सवारी में पारंपरिक लोक नृत्य व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम लोक कलाकारों की ओर से किए जाते है. गणगौर की सवारी में कालबेलिया, बहरूपिया, कच्ची घोड़ी आदि नृत्यों की प्रस्तुति दी जाती है. गणगौर की सवारी में हाथी, घोड़े और ऊंट का लवाजमा भी शामिल होता है.

जयपुर. गणगौर की सवारी को देखने के लिए देश-विदेश से सैलानी जयपुर पहुंचते हैं. दर्शकों की सुरक्षा एवं उत्सव में जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. नगर निगम हैरिटेज आयुक्त को सवारी मार्ग पर सफाई, पेयजल व्यवस्था, रोशनी की व्यवस्था, पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था, अग्निशमन वाहन एवं स्टाफ तैनात करवाये जाने के निर्देश दिए गए हैं.

जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जयपुर में 11 अप्रैल को गणगौर और 12 अप्रेल को बूढी गणगौर की सवारी निकाली जाएगी. इसके लिए पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर को सवारी के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द, सुरक्षा, कानून एवं शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. यातायात पुलिस उपायुक्त को सवारी के दौरान यातायात की माकूल व्यवस्था करने और यातायात पुलिसकर्मियों को तैनात करने का निर्देश दिए हैं.

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कलेक्टर ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को विदेशी पर्यटकों को बिठाने की व्यवस्था करने, नगर निगम व सार्वजनिक विभाग से समन्वय रखते हुए सवारी के मार्ग में बेरिकेडिंग करवाने के निर्देश दिए हैं. जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड जयपुर के अधीक्षण अभियंता को सवारी मार्ग में विद्युत तारों को दुरुस्त करवाने के निर्देश दिए हैं. आपको बता दें कि गणगौर उत्सव के लिए जयपुर विश्व में विख्यात है. जयपुर की गणगौर की सवारी देखने के लिए देश विदेश के पर्यटक भी पहुंचते है और उसका लुत्फ भी उठाते हैं. गणगौर की सवारी में पारंपरिक लोक नृत्य व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम लोक कलाकारों की ओर से किए जाते है. गणगौर की सवारी में कालबेलिया, बहरूपिया, कच्ची घोड़ी आदि नृत्यों की प्रस्तुति दी जाती है. गणगौर की सवारी में हाथी, घोड़े और ऊंट का लवाजमा भी शामिल होता है.

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