रुद्रप्रयाग/विकासनगर: केदारनाथ धाम समेत हिमालय की ऊंची पहाड़ियों पर आज भी बर्फबारी हुई. जबकि बीते दिन भी केदारनाथ में अच्छी बर्फबारी हुई है. अभी केदारनाथ धाम में 6 फीट से ज्यादा बर्फ जमी है. केदारपुरी में आईटीबीपी के जवानों के साथ ही कुछ साधु संत रह रहे हैं. उधर, चकराता की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फ के फाहे गिरे.
केदारनाथ धाम के अलावा तुंगनाथ, मद्महेश्वर, चंद्रशिला आदि स्थानों पर बर्फबारी हो रही है. जबकि, निचले स्थानों पर बारिश हुई. बुधवार को मुख्यालय समेत ज्यादातर स्थानों पर सुबह से हल्की धूप निकली रही, लेकिन शाम होते ही आसमान में बादल छा गए और देर शाम बारिश हो गई. वहीं, सुबह से ही केदारनाथ में मौसम खराब रहा. दिनभर रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही. धाम में मंदिर सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के जवान बर्फबारी के बीच चौबीसों घंटे सेवाएं दे रहे हैं. लगातार बर्फबारी में भी जवान मंदिर परिसर में तैनात हैं.
वहीं, बर्फबारी के चलते केदारनाथ में ठंड बढ़ गई है. धाम में आईटीबीपी के साथ ही कुछ साधु संत रह रहे हैं. आपदा के बाद से केदारनाथ धाम में रह रहे बाबा बर्फानी ललित राम दास महाराज ने बताया कि धाम में चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है. कड़ाके की ठंड के बीच आईटीबीपी के जवान मंदिर की सुरक्षा में डटे हैं. धाम में बर्फ को पिघलाकर पानी की आपूर्ति की जा रही है.
चकराता की ऊंची पहाड़ियों पर गिरे बर्फ के फाहे: चकराता के लोखंडी, खडंबा, देववन, मोइला टॉप आदि ऊंची पहाड़ियों पर सीजन की तीसरी बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी होने से जहां किसानों के साथ ही स्थानीय व्यवसायियों के चेहरे खिल गए हैं. यह बर्फबारी और बारिश रबी के फसलों के साथ फलदार पेड़ों के लिए वरदान माना जा रहा है.
वहीं, लोखडी के होटल व्यवसायी रोहन राणा ने बताया कि इस साल सीजन की यह तीसरी बार बर्फबारी हो रही है. आस पास के क्षेत्रों में बर्फबारी होने से ठंड में इजाफा देखने को मिला है. अगर रातभर मौसम ऐसा ही बना रहा तो बर्फ और पड़ने की संभावना है. वहीं, निचले इलाकों में बारिश होने से पारा लुढ़क गया है.
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