सूरजपुर: आज के दौर में हर काम डिजिटल माध्यम से किया जा रहा है. बैंक का काम भी डिजिटल माध्यम से लोग आसानी से कर ले रहे हैं. इस बीच सूरजपुर से महिला सशक्तिकरण के बहाने लोन दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. सूरजपुर में बिना ऋण के ही महिलाओं को बैंक लोन चुकाने का नोटिस बैंक ने भेज दिया है. नोटिस आने के बाद महिलाएं शासन से मदद की गुहार लगा रही हैं.
ये है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर थाना क्षेत्र का है. यहां महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित की जा रही है. समूहों के माध्यम से जुड़ी महिलाओं को बैंक की ओर से कम ब्याज दर पर ऋण देकर स्वरोजगार के लिए सहायता भी दी जा रही है, ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन देश के विकास में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सके. इस बीच सूरजपुर में ठगों ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को निशाना बनाकर उनसे ठगी की वारदात को अंजाम दिया.
ऐसे लिया महिलाओं को झांसे में: सूरजपुर की स्व सहायता समूह की महिलाओं का आरोप है कि दो साल पहले एक माइक्रो फाइनेंस बैंक के मैनेजर सहित एक कर्मचारी ने उनको लोन की पेशकश की थी. उनको कम ब्याज दरों और आसान किश्तों के साथ 25 से 40 हजार रुपये ऋण देने की बात कही गई थी. इस दौरान धोखे से उनके निजी दस्तावेज और अंगूठे के निशान लेकर उनको टाल-मटोल किया गया और रकम नहीं दिया गया था. इसके कुछ दिनों बाद इन महिलाओं को बैंक का नोटिस आया है कि उनको लिए गए लोन का किश्त चुकाना है.नोटिस देख उनके होश उड़ गए. इसके बाद महिलाओं को अपने साथ हुए ठगी का एहसास हुआ. पीड़ित महिलाओं ने बिश्रामपुर थाना पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई.
मामले की जांच के बाद प्रतिवेदन तैयार कर सूरजपुर कलेक्टर को जानकारी दी गई है. कार्रवाई के लिए पुलिस अब जिला प्रशासन के निर्देश का इंतजार कर रही है. जैसा भी निर्देश उनको दिया जाएगा, उसके अनुसार वह करवाई करेगी. -अलरिक लकड़ा, प्रभारी, बिश्रामपुर थाना
पीड़ित महिलाएं शासन-प्रशासन से कर रही न्याय की गुहार: गांव के सरपंच की मानें तो एक निजी बैंक के तत्कालीन मैनेजर और एक कर्मी ने जिले के कई महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को अपने झांसे में लिया. कुल 7 लाख रुपए से अधिक के फर्जीवाड़े के बाद भी यहां 2 साल बीत जाने के बाद अब तक कोई कार्रवाई सामने नहीं आई है. समूह की पीड़ित महिलाएं अपने साथ हुए ठगी को लेकर शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही है.बता दें कि 2 साल पहले दर्जन भर से अधिक महिलाओं के साथ हुए फर्जीवाड़े के बाद भी अब तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.