नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी को प्रदूषित करने वाली चार डाइंग (रंगाई) यूनिट के खिलाफ दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने सीलिंग की कार्रवाई की है. ये यूनिट्स मटियाला विधानसभा इलाके में चल रही थीं. इनकी शिकायत उपराज्यापाल (LG) वीके सक्सेना को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर की गई थी. शिकायत का संज्ञान लेते हुए एलजी के निर्देश पर डीपीसीसी ने इन चारों अवैध रंगाई इकाइयों को सील कर दिया.
29 अगस्त, 2024 को शिकायतकर्ता ने अपने 'एक्स' हैंडल से शिकायत की कि मटियाला विधानसभा क्षेत्र के गालिबपुर गांव में 4 अवैध रंगाई इकाइयों का संचालन किया जा रहा है. शिकायत में दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय व सौरभ भारद्वाज, दिल्ली की मेयर के अलावा उपराज्यपाल और राज निवास और अन्य अधिकारी को भी टैग किया था.
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जिस पर एलजी ने एमसीडी, डीपीसीसी और दिल्ली पुलिस के संबंधित अधिकारियों को तत्काल इस दिशा में कार्रवाई करने के निर्देश दिए. 1 सितंबर 2024 (रविवार) को एमसीडी, दिल्ली पुलिस और डीपीसीसी के अधिकारियों की ओर से गालिबपुर गांव के बाहरी इलाके में एक ज्वाइंट निरीक्षण अभियान चलाया गया. इसमें 4 अवैध जींस रंगाई इकाइयों का एमसीडी और डीपीसीसी की अनुमति के बिना संचालन पाया गया. यह क्षेत्र गैर-औद्योगिक क्षेत्र है और दिल्ली मास्टर प्लान के प्रावधानों के अनुसार उक्त गतिविधि के संचालन की अनुमति नहीं है.
दिल्ली पुलिस और डीपीसीसी की मौजूदगी में एमसीडी की ओर से कच्चे माल को जब्त कर लिया गया और उसको एमसीडी जोनल ऑफिस पहुंचाया गया. परिसर को बाहर से सील करके सभी 4 इकाइयों को प्रभावी ढंग से बंद कर दिया गया.
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