शिमला: हिमाचल प्रदेश छोटा पहाड़ी राज्य है, लेकिन यहां की यूनिवर्सिटी ने देश व प्रदेश को कई बड़े नेता दिए हैं. राष्ट्रीय राजनीति में इस समय सबसे चमकदार सितारों में से एक जेपी नड्डा इसी यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति में सक्रिय थे. वर्ष 2015 में मई की 10 तारीख को जेपी नड्डा एचपी यूनिवर्सिटी में एक आयोजन में शामिल हुए थे. उस दौरान नड्डा ने अपने राजनीतिक जीवन के संस्कार इसी यूनिवर्सिटी से लेने की बात कही थी.
वर्तमान में हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर एचपी यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा भी एचपी यूनिवर्सिटी में ही पढ़े हैं. यदि हम हिमाचल विश्वविद्यालय से निकले राजनेताओं की बात करें तो यह सूची लंबी है. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई एचपीयू में पढ़े हैं.उन्होंने यहां से राजनीतिक विज्ञान में एमए किया था. त्सेरिंग धोंडुप केंद्रीय तिब्बती प्रशासन में वित्त मंत्री रहे हैं.
कई बने विधायक और सांसद
वर्तमान और अतीत में कई हिमाचल विधानसभा के कई विधायक एचपीयू के ही छात्र रहे हैं. हिमाचल यूनिवर्सिटी से निकले सितारों में पूर्व विधायक सुरेश भारद्वाज, राकेश सिंघा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, बीजेपी पूर्व अध्यक्ष और विधायक सतपाल सिंह सत्ती, विधायक रणधीर शर्मा, पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर, पूर्व विधायक रामलाल मारकंडा, राज्यसभा सांसद प्रोफेसर सिकंदर कुमार सिंह हिमाचल विवि के छात्र रहने के साथ साथ एचपीयू के वीसी भी रहे हैं. राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल आदि का नाम शामिल है.
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री, कांग्रेस नेता संजय रत्न, भाजपा नेता महेंद्र धर्माणी, कांग्रेस नेता कुलदीप सिंह राठौर, संजय चौहान, फालमा चौहान के नाम हैं. इसके अलावा बड़े नामों में महेंद्र पांडेय, नवीन शर्मा, उमेश दत्त, आशीष चौहान, अमित ठाकुर प्रमुख हैं. कुल्लू के आनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक लोकेंद्र कुमार 2012 में एचपीयू में एससीए सचिव रहे हैं.
संजय चौहान माकपा नेता हैं और फालमा चौहान उनकी धर्मपत्नी है. फालमा चौहान एचपीयू में पहली महिला केंद्रीय छात्र संघ की अध्यक्ष थीं और अब माकपा में सक्रिय हैं. इसी तरह महेंद्र पांडेय भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री हैं. पूर्व सीएम जयराम के ओसडी रहे और पूर्व विधायक महेंद्र धर्माणी, बिलासपुर सदर से विधायक त्रिलोक जम्वाल भी एचपीयू के छात्र रहे हैं. उमेश दत्त भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हैं. आशीष चौहान एबीवीपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री हैं. अमित ठाकुर भारतीय जनता युवा मोर्चा के हिमाचल अध्यक्ष हैं. ये सभी हिमाचल यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं. पूर्व भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र अत्री एचपीयू में एससीए अध्यक्ष रहे हैं. रामपुर बुशहर से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े कौल नेगी भी हिमाचल विवि में छात्र राजनीति में सक्रिय रहे हैं.
विवि की राजनीति ने बनाई कई जोड़ियां
दिलचस्प तथ्य ये है कि हिमाचल यूनिवर्सिटी ने कुछ जोड़ियां भी बनाई हैं. यहां छात्र राजनीति में सक्रिय रहे जेपी नड्डा छात्र जीवन में मल्लिका नड्डा के संपर्क में आए और उनकी बाद में शादी हुई. इसी तरह हिमाचल यूनिवर्सिटी की छात्रा मृदुला ठाकुर एबीवीपी में सक्रिय थीं. वो केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की धर्मपत्नी हैं. हिमाचल यूनिवर्सिटी से इतर छात्र राजनीति की बात करें तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी छात्र राजनीति के कारण ही साधना ठाकुर के साथ संपर्क में आए थे. इसी तरह माकपा नेता संजय चौहान व फालमा चौहान भी यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति से एक साथ जुड़े थे और बाद में उनकी शादी हुई. जेपी नड्डा तो हिमाचल यूनिवर्सिटी को हमेशा याद करते हैं. उनका कहना है कि हिमाचल यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति ने ही उनके भीतर के वक्ता को निखारा था.
इन छात्रों ने देश दुनिया में कमाया नाम
हिमाचल विवि से निकले छात्रों ने रानजीति के अलावा भी दूसरे क्षेत्रों में नाम कमाया है. अनुपम खेर- भारतीय एक्टर (गवर्नमेंट कॉलेज, संजौली से ड्रॉप आउट), मोहित चौहान- लोकप्रिय भारतीय गायक (एमएससी, धर्मशाला कॉलेज), अश्विनी कुमार- नागालैंड के पूर्व राज्यपाल और सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर. रणदीप गुलेरिया एम्स, नई दिल्ली के पूर्व निदेशक,संजय करोल- त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (विधि संकाय से एलएलबी, एचपीयू), राजीव शर्मा- पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (विधि संकाय से एलएलबी, एचपीयू), अभिलाषा कुमारी- लोकपाल समिति की न्यायिक सदस्य (विधि संकाय से एलएलबी, एचपीयू) शामिल हैं.