रुद्रपुर: बीजेपी नेतृत्व और सीएम पुष्कर सिंह धामी से मिलने के बाद पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल व उनके भाई संजय ठुकराल ने रुद्रपुर नगर निगम के मेयर पद से अपना नामांकन वापस ले लिया है. राजकुमार ठुकराल ने बताया कि सीएम के आश्वाशन पर दोनों भाइयों ने अपना नामांकन वापस लिया है.
बता दें कि राजकुमार ठुकराल बीजेपी के पूर्व विधायक रहे है. लेकिन साल 2022 के विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी ने राजकुमार ठुकराल को टिकट नहीं दिया तो राजकुमार ठुकराल बागी हो गए थे और उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में ताल ठोकी की थी. इसके बाद बीजेपी ने राजकुमार ठुकराल को पार्टी से निष्कासित भी कर दिया था.
चुनाव से पहले कांग्रेस में जाने की थी चर्चा: वहीं अब नगर निकाय चुनाव से पहले राजकुमार ठुकराल के कांग्रेस में जाने की चर्चा थी, लेकिन आखिर समय पर कांग्रेस ने अपने पुराने कार्यकर्ता व पूर्व पार्षद मोहन खेड़ा को रुद्रपुर मेयर का टिकर दे दिया. जिसके बाद राजकुमार ठुकराल और उनके भाई संजय ठुकराल ने रुद्रपुर नगर निगम के मेयर पद के लिए निर्दलीय नामांकन किया.
सीएम धामी से मिलने के बाद लिया फैसला: इसी बीच राजकुमार ठुकराल देहरादून गए, जहां उन्होंने बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की. देहरादून के लौटने के बाद राजकुमार ठुकराल ने आज दो जनवरी को अपना नामांकन वापस ले लिया.
नामांकन वापस लेने की बताई वजह: वहीं, जब राजकुमार ठुकराल से पूछा गया कि उन्होंने किन शर्तों पर अपना नामांकन वापस लिया है तो उन्होंने कहा कि जो आदमी शर्ते रखता है, वो स्वार्थी होता है. राजकुमार ठुकराल कभी स्वार्थी नहीं रहा है. राजकुमार ठुकराल ने आज तक किसी को भी कभी धोखा नहीं दिया. राजकुमार ठुकराल ने कहा कि आज भले ही उन्होंने नामांकन वापस लिया हो, लेकिन कल तक उन्हें कोई सु:खद सामाचार मिलेगा, वो जो भी फैसला देगे वो रुद्रपुर के हित में लेगे.
अब इन प्रत्याशियों के बीच है मुकाबला: राजकुमार ठुकराल के पीछे हटने के बाद अब नगर निगम रुद्रपुर में मेयर पद के लिए बीजेपी से विकास शर्मा, कांग्रेस से मोहन लाल खेड़ा, सपा से इमरान अहमद अंसारी और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अजय कुमार मैदान पर है. इसके अलावा 40 वार्ड में 32 प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन वापस लिया है. अब 40 वार्ड के लिए 120 प्रत्याशी आमने सामने मैदान में होंगे.
नगला नगर पंचायत में कांग्रेस को फिर लगा झटका: आस्तित्व में आने के बाद उधम सिंह नगर जिले की नगला नगर पंचायत में पहली बार चुनाव हो रहे है. दो दिन पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी हरिओम की उम्र 30 वर्ष न होने पर उनका नामांकन रद्द कर दिया था. जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने निर्दलीय प्रत्याशी राकेश यादव को अपना समर्थन दिया था. साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राकेश यादव को चुनाव लड़ाने का आग्रह किया था. समर्थन मिलने के बाद से ही राकेश यादव गायब हो गए थे.
वहीं, आज नाटकीय अंदाज में वह किच्छा आरओ कार्यालय पहुंचे और अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया. इसके अलावा निर्दलीय हरीश चंद्र जोशी ने भी अपना नामांकन वापस लिया है. अब नगला नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा के सचिन शुक्ला और निर्दलीय विक्रम सिंह माहोंड़ी मैदान में है.
किच्छा विधायक तिलक राज बहेड ने मामले में पूर्व विधायक पर गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने कहा कि निर्दलीय प्रत्याशी राकेश कुमार यादव को पूर्व विधायक के लोगो द्वारा उठा कर दो दिनों तक रिजॉट में रखा था और धनबल के बल पर धमकाया गया.
उन्होंने कहा कि वह चुनाव से क्यों भाग रहे है? नगर पालिकाओं में जबरदस्ती नामांकन वापस कराए जा रहे है. जितना ही है तो चुनाव लड़ कर जीत दर्ज करे. जबरदस्ती नामांकन वापस करा कर चुनाव क्यों लड़ रहे है? उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव लड़ना चाहिए. चुनाव में धनबल और सत्ता का दुरपयोग किया जा रहा है.
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