जयपुर. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं को नॉन परफॉर्मिंग एसेट कहने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इशारों-इशारों में 'अपनों' पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर जाने वाले लोग अवसरवादी, नकारा, निकम्मे, गद्दार और पीठ में छुरा घोंपने वाले होते हैं. हालांकि, कई गद्दार और अवसरवादी लोग भी पार्टी में रहते हैं.
दरअसल, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी छोड़कर गए लोग नॉन परफॉर्मिंग एसेट हैं. नकारा, निकम्मे, गद्दार और पीठ में छुरा घोंपने वाले वाले हैं. ये सभी शब्द आपस में भाई-बहन हैं. हालांकि, कई अवसरवादी और गद्दार लोग पार्टी में रहते हैं. उन्होंने युवा नेताओं को संबोधित कर यह भी कहा कि आने वाला समय आपका है, इसलिए युवाओं को पार्टी के लिए एसेट बनना चाहिए, लाइबिलिटी नहीं. अभी आपके पास समय है, मेहनत करने का. जमकर मेहनत करो. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने कई युवाओं को मंत्री तक बनाया, लेकिन फिर भी जब पार्टी को उनकी जरूरत थी. वे पार्टी छोड़कर चले गए.
मैंने कभी पार्टी प्रत्याशी को हराने का काम नहीं किया : अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि उन्होंने कभी पार्टी के प्रत्याशी को हराने का प्रयास नहीं किया. भले ही वह कैसे भी टिकट लेकर आया हो, लेकिन पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहा कोई भी प्रत्याशी जीतेगा तो वह राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के खाते में जाएगा. कांग्रेस के खाते में जाएगा.उन्होंने कभी पार्टी प्रत्याशी को हराने का काम नहीं किया. हालांकि, कई लोग ऐसा करते हैं.
मुख्यमंत्री को अच्छे सलाहकारों की जरूरत : राजस्थान में भीषण गर्मी के दौर में बिजली पानी के संकट को लेकर उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में नाजुक स्थिति है. मुख्यमंत्री को अच्छे सलाहकारों की जरूरत है. अगर वे दिल्ली से रिमोट कंट्रोल से चलेंगे तो ज्यादा दिन चल नहीं पाएंगे. कुर्सी सब सिखा देती है. अगर सही नहीं चले तो हटा दिए जाएंगे. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा वाले पर्ची से सरकार बनाते हैं और प्यार-मोहब्बत से हटा देते हैं, जैसे हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर को हटाया. सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व्यस्त हैं और कोई भी उन्हें सही फीडबैक नहीं देता है. प्रदेश में चार महीने से लाभार्थियों को पेंशन नहीं मिल रही है.
मुस्लिम आरक्षण को लेकर कही यह बात : राजस्थान में 14 मुस्लिम जातियों को मिलने वाले आरक्षण के रिव्यू को लेकर कहा कि सरकार में बैठे लोग कुछ भी कहें, लेकिन हमने ओबीसी कमीशन की रिकमंडेशन पर कायमखानी समेत कई बैकवर्ड मुस्लिम जातियों को आरक्षण दिया. उन्हें आरक्षण दिया जाना जरूरी था.
पुण्यतिथि पर पंडित जवाहरलाल नेहरू को किया याद : पंडित जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि पंडित नेहरू ने उस समय एक सशक्त भारत की नींव रखी थी, लेकिन सत्ताधारी दल के नेताओं ने जो माहौल बनाया है. वह दुर्भाग्यपूर्ण है. कोई भी पंडित नेहरू से ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाना चाहता है तो हमें कोई एतराज नहीं है, लेकिन जिन्होंने काम किया है, उन्हें सम्मान दिया जाना चाहिए. जो काम पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी ने किया है, उन्हें सम्मान दिया जाना चाहिए.
पीएम के मुजरे वाले बयान पर साधा निशाना : चुनावी सभा में प्रधानमंत्री मोदी के मुजरे वाले बयान को लेकर अशोक गहलोत ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कोई नहीं सोच सकता कि प्रधानमंत्री ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर सकते हैं. आज पूरी दुनिया की नजर हमारे यहां हो रहे चुनाव पर है. कौन क्या बोल रहा है, यह भी सब सुन रहे हैं. पीएम ने इस बार मंगलसूत्र, संपत्ति, भैंस और अब यह बयान दिया है. प्रधानमंत्री का पद देश का होता है, लेकिन वो जो भाषण दे रहे हैं वो भी उनके हार का बड़ा कारण बनेगा. पहले उन्होंने कांग्रेस से गारंटी शब्द चुराया. अब खटखट पर आ गए हैं.
बदले की भावना से काम करती है भाजपा : अशोक गहलोत ने भाजपा पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया. डॉ. सुधीर भंडारी को हटाने के फैसले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सुधीर भंडारी उनके ही नहीं, वसुंधरा राजे और राज्यपाल के भी डॉक्टर हैं. बदले की भावना से काम करते हुए उन्हें हटाया गया है. ऐसे फैसले सरकार को ले डूबेगी. अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने के बाद बदले की भावना से काम नहीं करती है, लेकिन भाजपा करती है.
चुनाव परिणाम पर कही यह बात : लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में तो डबल डिजिट में सीटें जीत ही रही है, लेकिन देश में भी यदि कांग्रेस और इंडी गठबंधन को बहुमत मिल जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी योजनाओं के बावजूद भ्रम फैलाकर भाजपा प्रदेश में सत्ता हथियाने में कामयाब रही, जिसका अब लोकसभा चुनाव में जनता जवाब दे रही है. उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा को ऐसा घेरा है कि वे बाहर ही नहीं निकल पा रहे हैं.