कोरबा : छत्तीसगढ़ शासन के वन, सहकारिता और सिंचाई विभाग के मंत्री केदार कश्यप मंगलवार को कोरबा दौरे पर रहे. वह जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर वनांचल क्षेत्र देवपहरी में संचालित गौमुखी सेवा धाम में पहुंचे थे. यहां वन और सिंचाई विभाग के कई योजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
वन मंत्री कश्यप ने अपने 1 वर्ष के कार्यकाल को उपलब्धियों से भरा हुआ बताया. वहीं कोरबा जिले की फ्लोरा मैक्स कंपनी से जुड़ा विवाद और महिलाओं के प्रदर्शन और मंत्री लखन लाल देवांगन के महिलाओं को फेंकवा देने वाले बयान पर अनभिज्ञता जताई और कोई कमेंट नहीं किया.
सवाल : आप आज देवपहरी पहुंचे हैं, अपने आने का उद्देश्य और कार्यक्रमों के विषय में बताइए?
जवाब : देखिए देवपहरी में हमारा विशेष प्रकल्प चलता है. शिक्षा व अन्य गतिविधियों को लेकर लगातार यहां काम किया जा रहा है. निश्चित तौर पर वह सराहनीय है. इस दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं और हमारा यह प्रकल्प लगातार काम कर रहा है. बहुत ज्यादा आवश्यकता है, इस तरह के कार्य को करने की. देश के प्रति हम अपने लोगों को तैयार कर रहे हैं. जिसे और भी विस्तार दिए जाने की जरूरत है.
सवाल : हाल ही में आपने छत्तीसगढ़ में 1 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. यह कैसा रहा, खासतौर पर आपके विभाग की क्या बड़ी उपलब्धियां रही?
जवाब : देखिए यदि हम 1 साल की बात करें, पहले साढ़े 4 हजार रुपए प्रति मानक बोरा तेंदूपत्ता बिक्री होता था. आज वह साढ़े 5 हजार हो गया है. प्रदेश की बात करें तो 14 से 15 लाख बोरा तेंदूपत्ता हम खरीद रहे हैं. पिछली जो कांग्रेस की सरकार थी, वह दो या तीन दिन ही तेंदूपत्ता की खरीदी करती थी. आज इसकी बिक्री बढ़ी है. पूरे प्रदेश में हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है. चरण पादुका योजना भी लाए हैं. इसके साथ साथ सिंचाई की बड़ी बड़ी योजनाएं हमने शुरू की है. आज लगभग 74 करोड़ रुपए के कार्यों का भूमिपूजन हमने किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र को हम संचित कर इसका रकबा बढ़ा सकें.
सवाल : सहकारिता जैसा महत्वपूर्ण विभाग आपके पास है. लगातार धान के उठाव का मामला हो या सहकारिता बैंक में कैश की किल्लत? इस तरह की बातें सुनने को मिल रही हैं. इससे कैसे निपटेंगे, क्या कार्ययोजना है?
जवाब : देखिए पिछले साल की हम बात करें तो 2022-23 में मात्र 107 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था. विगत वर्ष इससे ज्यादा और इस बार इसकी संख्या और बढ़ेगी. 115 से 120 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. स्वाभाविक है हमारी विष्णु देव साय की सरकार इसे विस्तार दे रही है. लगातार हम इसकी चिंता कर रहे हैं. जब यह संख्या बढ़ी है तो व्यवस्था भी बनानी पड़ती है. कुछ एक स्थान पर बारदाने की कमी की बात आई थी. उसके बाद हमने इसके साथ ही साथ मिलर्स की समस्या की बात आई थी, उस पर भी हमने चर्चा करने के बाद इन समस्याओं का समाधान कर दिया है.
सवाल : प्रदेश में हाथी मानव द्वंद्व की समस्या बनी हुई है, कोरबा जिला किंग कोबरा का रहवास क्षेत्र है, इस दिशा में कोई योजना है क्या आपके पास?
जवाब : बिल्कुल इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं. यहां पर जो किंग कोबरा का ममला है, चाहे वह हाथी मानव द्वंद का मामला हो, यह हाथी के रहवास का क्षेत्र भी है. हम दोनों ही दिशा में काम कर रहे हैं. मानव हाथी द्वंद कम हो और उनके संरक्षण की दृष्टि से हम लगातार काम कर रहे हैं. इसमें और भी ज्यादा काम किए जाने की जरूरत है.
सवाल : कोरबा जिले में शासन के मंत्री लखन लाल देवांगन का एक बयान काफी चर्चा में रहा, महिलाओं के लिए जिस तरह की भाषा का उपयोग किया गया, आप भी मंत्री हैं. इस बारे में क्या सोचते हैं?
जवाब : फिलहाल मुझे इस मामले की पूरी जानकारी नहीं है. मैं इस मामले में पूरी जानकारी लेने के बाद ही इस संबंध में आपको कुछ भी बता पाऊंगा.