सिरमौर: हिमाचल प्रदेश में मां की ममता एक बार फिर शर्मसार हुई है. चंद रोज पहले पुलिस थाना कंडाघाट के तहत श्मशानघाट के गेट के पास मिली नवजात बच्ची के बाद अब प्रदेश के जिला सिरमौर में एक 3-4 महीने के शिशु का भ्रूण मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. पुलिस ने भ्रूण को कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि किसी महिला की प्रीमैच्योर डिलीवरी या गर्भपात के बाद इस भ्रूण को कूड़े के बीच फेंक दिया.
मामला जिला सिरमौर के पुलिस थाना कालाअंब के तहत सामने आया है. चूंकि कालाअंब हिमाचल और हरियाणा की सीमा पर स्थित है. लिहाजा भ्रूण को यहां किसने फेंका इसका खुलासा जांच के बाद ही हो पाएगा. इतना जरूर है कि ये मामला सामने आने के बाद एक बार फिर शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. पुलिस न केवल आरोपी की तलाश में जुटी है, बल्कि क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि इस अमानवीय कृत्य को किसने अंजाम दिया है.
जानकारी के अनुसार अंशुल चौधरी नाम के एक व्यक्ति ने कालाअंब पुलिस थाना को इस मामले की सूचना दी. अंशुल ने पुलिस को बताया कि रविवार दोपहर करीब अढ़ाई बजे खैरी में अपने दोस्त के पास जा रहा था, तो इसी दौरान पशुपति कंपनी से आगे त्रिलोकपुर की ओर पुलिया के पास काफी लोग एकत्रित थे. देखने पर नाले में कूड़े के बीच एक शिशु का भ्रूण पड़ा था, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इस मामले की सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच भ्रूण को कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है. अब नाले में ये भ्रूण किसने और कब फेंका, इसकी पुलिस गहनता से जांच कर रही है.
कालाअंब पुलिस थाना के एसएचओ कुलवंत सिंह ने बताया कि, 'शुरुआती जांच में यह भ्रूण 3-4 महीने का लग रहा है. संभवत प्रीमैच्योर डिलीवरी के बाद ही इसे यहां फेंका गया है. पुलिस ने इस संदर्भ में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस गहनता से मामले की तफ्तीश कर रही है.' गौरतलब है कि जिला सिरमौर में भी इस तरह का ये कोई पहला मामला नहीं है बल्कि पिछले कुछ वर्षों में नवजात बच्चियों या फिर उनके भ्रूण को विभिन्न स्थानों पर फेंकने के कई मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि कुछ एक मामलों में पुलिस ने इनका खुलासा भी किया है, लेकिन कई मामले ऐसे भी हैं, जिनका आज तक कुछ पता नहीं चल पाया.