हरिद्वार: भारतीय किसान यूनियन (अम्बावत ) का तीन दिवसीय सम्मेलन आज समाप्त हो गया. 10, 11 और 12 जून को चले तीन दिवसीय सम्मेलन में पांच सूत्रीय कार्यक्रम पास किया गया है. जिसमें किसानों को फसल का उचित दाम, किसान पेंशन और एमएसपी की गारंटी योजना सहित गन्ना भुगतान तुरंत करने के साथ-साथ उत्तराखंड के किसानों के बिजली कनेक्शन काटने बंद करने की मांग शामिल है. जिसकी मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन आगामी 10 जुलाई को कुरुक्षेत्र में रैली करने जा रहा है.
भारतीय किसान यूनियन का तीन दिन तक चला सम्मेलन आज हरिद्वार में समाप्त हो गया. सम्मेलन के अंतिम दिन किसने की पांच सूत्रीय मांगो का एक पत्र जिला अधिकारी के माध्यम से प्रदेश एवं केंद्र सरकार को भेजा. तीन दिवसीय सम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन(अम्बावत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावत ने बताया जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्र एवं राज्य सरकार को पत्र भेजा गया है. उसमें किसने की फसल का उचित दाम, बुढ़ापा पेंशन को कम से कम ₹5000 करने की मांग , एमएसपी पर कानून बनाने की मांग, गन्ना भुगतान तुरंत करने की मांग के साथ-साथ उत्तराखंड के किसानों के बिजली कनेक्शन काटने बंद करने की मांग शामिल की गई है.
उन्होंने कहा भारतीय किसान यूनियन अपनी इन पांच सूत्रीय मांगों को लेकर कुरुक्षेत्र में 10 जुलाई को एक विशाल रैली निकालने जा रहा है. इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त में राशन बांटने की योजना का विरोध करते हुए कहा कि देश की जनता को मुफ्त का अनाज नहीं बल्कि शिक्षा और चिकित्सा की आवश्यकता है, इसलिए सरकार को चाहिए कि वह इन दोनों को मुफ्त करें.
किसानों की पांच सूत्रीय मांग
- एमएसपी पर फसल खरीद का गारन्टी कानून बने.
- संपूर्ण किसानों का कर्ज माफ हो.
- बुढ़ापा पेंशन पूरे देश में एक समाभ 5000/ लागू हो.
- उत्तराखंड के किसानों के बिजली कनेक्शन काटना तुरन्त बंद करें.
- किसानों का गन्ना भुगतान तुरन्त किया जाये