भरतपुर. इस बार कालयुग संवत्सर का श्रावण मास है. श्रावण मास में भी 5 सोमवार हैं. यानी इस बार महादेव के भक्तों को महादेव की पूजा करने का विशेष अवसर प्राप्त हो रहा है. इस बार के श्रावण मास में जो भक्त और श्रद्धालु जैसे कर्म करेगा उसे वैसे ही फल की प्राप्ति होगी. महादेव को प्रसन्न करने के लिए इस बार अन्य वर्षों की तुलना में एक सोमवार अधिक मिल रहा है, जिसका भक्तों को प्रतिफल भी अधिक मिलेगा.
पंडित प्रेमी शर्मा ने बताया कि इस बार कलयुग संवत्सर है और इस संवत्सर में सावन के महीने का विशेष महत्व है. इस संवत्सर की मान्यता है कि जो व्यक्ति जैसे कर्म करेगा उसे वैसा ही फल प्राप्त होगा. पंडित प्रेमी शर्मा ने बताया कि इस बार सावन के महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है जो कि सोमवार का दिन है. इस महीने में महादेव की आराधना के लिए 5 सोमवार हैं, जो कि 22 जुलाई, 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त और 19 अगस्त को हैं.
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इस विधि से पूजा करने पर विशेष फल : पंडित प्रेमी शर्मा ने बताया कि सावन के महीने में महादेव की पूजा के कई उपाय हैं. अलग अलग तरीके से महादेव की आराधना करने से श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है. यदि किसी भक्त को पुत्र की इच्छा है तो महादेव पर गेंहू अर्पित कर पूजा करें. इसी तरह धन प्राप्ति के लिए गन्ना का रस चढ़ाएं, सुख शांति के लिए दुग्धाभिषेक, ऐश्वर्य के लिए दही और रोग निवारण के लिए औषधियां अर्पित करें. इस बार श्रावण मास में यदि परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिलकर महादेव का अभिषेक करें या श्रृद्धालु संकल्प लेकर पूरे श्रावण मास में हर दिन जलाभिषेक करें तो जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति होती है.