नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आ गए हैं. बारिश के बीच उन्होंने तिहाड़ गेट पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. हालांकि, इस बीच राजधानी में जगह-जगह आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार जश्न मनाया. वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास के बाहर भी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खूब पटाखे चलाएं. ऐसे में जब सीएम हाउस के बाहर पटाखा चले तो सियासत होना लाजमी है.
दरअसल, कुछ दिन पहले ही दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राजधानी में दीपावली और दशहरा को लेकर पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया था. उन्होंने कहा था कि पटाखों से प्रदूषण होता है. वहीं, आज जब अरविंद केजरीवाल के रिहाई के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटाखे छोड़े तो बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर हो गई. दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने अलग-अलग अंदाज में पर्यावरण मंत्री से सवाल भी किए हैं.
बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार ने पटाखों पर बैन लगा रखा है. पटाखा बेचने वाले व्यापारी दर-दर की ठोकर खा रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर खुद केजरीवाल के घर के बाहर आप पार्टी के लोग पटाखे चला रहे हैं. क्या अरविंद केजरीवाल का कानून केवल साधारण लोगों के लिए है? विशेष लोगों के लिए कोई कानून नहीं है?
सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि केजरीवाल सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए, कि जब दिल्ली में पटाखे प्रतिबंधित है तो उनकी पार्टी के लोग क्यों पटाखे छोड़ रहे हैं. यह पटाखे कहां से आए हैं? जिन लोगों से यह पटाखे लिए गए हैं उन लोगों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए, क्योंकि वह लोग कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. इस पूरे मामले पर अरविंद केजरीवाल को और उनके पर्यावरण मंत्री को जवाब देना चाहिए.
वहीं, दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय ने 4 दिन पहले दशहरा, काली पूजा और दिवाली के दौरान पटाखे जलाने पर यह कहते हुए प्रतिबंध लगाया था कि इससे प्रदूषण बढ़ता है. लेकिन आज सैकड़ों आप कार्यकर्ताओं ने बेशर्मी से केजरीवाल के घर, पार्टी कार्यालय और तिहाड़ जेल के बाहर पटाखे जलाए. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने गोपाल राय से दिल्लीवासियों को बताने के लिए कहा कि अगर हिंदू अपने त्योहारों पर पटाखे नहीं जला सकते, तो आप कार्यकर्ता कैसे पटाखे जला सकते हैं? यदि हिंदू त्योहारों के पटाखों पर प्रदूषण का हवाला देकर प्रतिबंध लगाया गया है, तो क्या आप कार्यकर्ताओं द्वारा जलाए गए पटाखे वायुमंडल में ऑक्सीजन और नाइट्रोजन छोड़ते हैं?
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