प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में प्रयागराज मेला प्राधिकरण का कार्यालय गुरुवार को अखाड़ा बन गया. कार्यालय में महाकुंभ 2025 में जमीन आवंटन के लिए अधिकारियों ने बैठक बुलाई थी. इसमें अखाड़ा परिषद के सभी पदाधिकारी संत पहुंचे.
अखाड़ा परिषद और अधिकारियों की बैठक के बीच संतों में किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई. विवाद इतना बढ़ा कि बैठक अखाड़े में तब्दील हो गई. संत आपस में मारपीट करने लगे. जमकर लात-घूंसे चले. बाद में किसी तरह वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने मामले को शांत कराया.
महाकुंभ 2025 मेले की शुरुआत से पहले अखाड़े के बीच जंग शुरू हो गई है. गुरुवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से अखाड़ों को आवंटित की जाने वाली भूमि का निरीक्षण करवाना था. कुंभ मेला की भूमि देखने जाने के लिए सभी अखाड़ों के संत महात्मा प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय में एकत्रित हुए थे.
इस दौरान अखाड़ों के महंतों के बीच कहासुनी हुई और देखते ही देखते उनके बीच मारपीट होने लगी. साधु संत एक दूसरे के ऊपर लात घूंसों की बौछार करने लगे. साधु संत एक दूसरे की पिटाई करने लगे. संतों में शुरू हुई मारपीट से मेला प्राधिकरण कार्यालय में अफरातफरी मच गई.
इसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने बीच बचाव करके माहौल को शांत करवाया. पुलिस ने सभी संतों को शांत कराया. उसके बाद भी मेला कार्यालय में तनाव का माहौल बना हुआ है.
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