गुरुग्राम: सोहना चौक पर स्थित जेल की रोटी बोटी नाम के रेस्टोरेंट के बाहर मामूली कहासुनी से दो गुटों में विवाद हो गया. इस दौरान दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई. हथियार भी लहराए गए. एक गुट के युवकों ने दूसरे गुट की कार पर लाठी-डंडों से तोड़फोड़ की. इसके बाद कार को आग के हवाले कर दिया. ये पूरी घटना रेस्टोरेंट के बाहर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. सीसीटीवी फुटेज में दोनों गुटों की बीच झगड़ा साफ तौर पर देखा जा रहा है.
गुरुग्राम में दो गुटों में मारपीट: पीड़ित युवकों का आरोप है कि उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस कार्रवाई से बचती रही. इससे आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए. जिसके बाद उन्होंने गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में भी कैद हो गया.
रेस्टोरेंट संचालक पर आरोप: पीड़ित युवक के मुताबिक, वो रात को अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने के लिए सोहना चौक पर जेल कॉम्प्लेक्स में बने जेल की रोटी-बोटी रेस्टोरेंट के बाहर बैठे केक काट रहे थे. यहां वो रेस्टोरेंट की कुर्सियों पर रेस्टोरेंट के बाहर ही बैठे थे. आरोप है कि रेस्टोरेंट संचालक ने इस पर ऐतराज जताया, तो उन्होंने कुर्सियां रेस्टोरेंट को वापस कर दी और अपनी कुर्सियां लगाकर कॉम्पलेक्स के बाहर बैठ गए.
जमकर चले ताल घूंसे: पीड़ित युवक ने बताया कि ये बात रेस्टोरेंट संचालक को नागवार गुजरी और उसने अपने करीब दो दर्जन साथियों को बुला लिया और उनके साथ मारपीट कर गाड़ियों को तोड़ दिया. मोंटी नाम के युवक ने बताया कि उसके सिर पर आरोपियों ने बीयर की बोतल भी फोड़ी. इसकी सूचना उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को दी, लेकिन मदद नहीं मिली. इस पर मोंटी शिवाजी नगर थाने गया. जहां से पुलिस ने उनकी मदद करने की बजाय मेडिकल कराने के लिए भेज दिया.
सीसीटीवी में कैद वारदात: घटना को 12 घंटे से भी ज्यादा बीतने के बाद भी जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तो आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने पार्किंग में खड़ी उनकी कार को आग के हवाले कर दिया. पीड़ित का आरोप है कि मामले में पुलिस भी कार्रवाई करने से बच रही है. जिस वक्त वारदात हुई है. रोजाना पुलिस पीसीआर गश्त पर रहती है. इसके अलावा एक पुलिस की गाड़ी जेल कॉम्पलेक्स में खड़ी रहती है.
पुलिस पर कार्रवाई ना करने का आरोप: पीड़ित ने बाताय कि रात को जब वारदात हुई, तो उस वक्त ना तो पुलिस मौजूद थी और ना ही पुलिस ने मौके पर आने की जहमत उठाई. ऐसे में साफ जाहिर हो रहा है कि पुलिस को इस पूरी घटना की जानकारी थी और रेस्टोरेंट संचालक को बचाने के लिए इस मामले को दबाने में जुटी है. फिलहाल पुलिस इस पूरे में मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है.