नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: जेवर के अस्तौली गांव में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ पिछले 2 महीने से चल रहा धरना गुरुवार को समाप्त हो गया. धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों की अधिकांश मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है. वहीं किसानों की 14 मांगों में से 11 मांगों को मौके पर ही पूरा कर दिया गया है. गुरुवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा सहित अन्य अधिकारी किसानों के धरना स्थल पर पहुंचे थे. अधिकारियों ने शेष तीन मांगों को तीन महीने में पूरा करने का आश्वासन दिया गया है जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया.
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दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ अस्तौली गांव में किसान मुआवजा सहित अन्य 14 मांगों को लेकर 12 मार्च से धरने पर बैठे हुए थे. किसानों का आरोप था कि वर्षों पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उनकी जमीनों का अधिग्रहण कर लिया लेकिन उनको उचित मुआवजा नहीं दिया गया. सालों से किसान उचित मुआवजे की मांग कर रहे थे. लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों की उदासीनता के चलते किसानों मांगें पूरी नही हुईं. जिसको लेकर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. धरने के दौरान किसानों ने प्राधिकरण का काम रुकवा दिया और अपनी 14 मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए.
धरने में शामिल किसान सूरज ने बताया कि किसानों की ये मांगें वर्षों पुरानी हैं. कई साल बीत जाने के बाद भी प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की समस्याओं को सुनने को तैयार नहीं थे. जिसको लेकर अस्तौली गांव में किसानों ने प्राधिकरण के काम को रुकवाते हुए 12 मार्च से धरना शुरू किया था. गुरुवार को प्राधिकरण के ओएसडी सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों की अधिकांश मांगों को पूरा कर दिया है. वहीं अन्य मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है. जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया है.
किसानों ने अधिकारियों से कहा कि अगर तीन महीने में उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे फिर से प्राधिकरण के काम को रोक कर प्रदर्शन शुरू कर देंगे. इस मौके पर मनवीर भाटी, पंकज शर्मा, नरेंद्र नागर, आजाद, राजेश और महेंद्र सहित अन्य किसान मौजूद रहे.
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