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फरीदाबाद पुलिस ने साल 2023 में 183 साइबर फ्रॉड केस किए दर्ज, 423 अपराधी गिरफ्तार, करोड़ों रुपये बरामद - साइबर फ्रॉड केस

Faridabad Cyber Fraud Case: आज के डिजिटल युग में जहां टेक्निक्स ने हमारे जीवन को सरल बना दिया है, तो वहीं अपराधियों के लिए भी ये एक सुगम द्वार बन गया है. आज के इस दौर में साइबर अपराधी ज्यादा एक्टिव नजर आ रहे हैं. जो नई-नई तरकीब अपनाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं. साइबर अपराधी आपकी एक छोटी सी चूक के इंतजार में बैठे हैं. इसलिए बार-बार जागरूक किया जाता है कि किसी भी प्रकार के लालच में न आएं, कुछ भी ऑफर मिलने पर उसकी अच्छी तरह से जांच करें.

Faridabad Cyber Fraud Case
Faridabad Cyber Fraud Case
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 19, 2024, 11:24 PM IST

Updated : Jan 19, 2024, 11:30 PM IST

हरियाणा में साइबर फ्रॉड का आंकड़ा

फरीदाबाद: हरियाणा के जिला फरीदाबाद में पुलिस ने साल 2023 में 183 साइबर फ्रॉड केस दर्ज किए हैं. फरीदाबाद पुलिस ने 117 अभियोगों में 423 आरोपियों को गिरफ्तार किया और करीब 5 करोड़ 38 लाख 80 हजार रुपये की रिकवरी की जो कि बहुत बड़ा आंकड़ा है. इसके अलावा, 2 करोड़ 71 लाख 19 हजार रुपये की रकम को शिकायतों में बैंकिंग चैनलों में रुकवाकर शिकायतकर्ताओं को वापस दिलाई गई.

पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने बताया कि इस साल के जनवरी माह में केवल 15 दिक के भीतर 19 शिकायतें मिल गई हैं. जिनमें करीब 3.73 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया जा चुका है. शिकायतों में 46 फीसदी टेलीग्राम टास्क फ्रॉड व 25 फीसदी शिकायत इन्वेस्टमेंट फ्रॉड संबंधित दर्ज की जा चुकी है.

टेलीग्राम टास्क फ्रॉड: इस प्रकार के फ्रॉड व्हाट्सएप व टेलीग्राम ऐप के जरिए संपर्क कर अलग-अलग टास्क देकर लोगों से फ्रॉड करते हैं. जिसके चलते यूट्यूब पर लाइक व सब्सक्राइब करने के नाम पर व्यवसाय को रेटिंग देने और भी कई तरीके से फ्रॉड किया जाता है. पहले छोटे-मोटे टास्कर देकर लोगों के खाते में मामूली पैसे देकर उनको झांसे मे लिया जाता है. जिसके बाद फ्रॉड का ये जाल विक्राल रूप ले लेता है और कई लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं.

इन्वेस्टमेंट फ्रॉड: साइबर अपराधी व्हाट्सएप व टेलीग्राम ऐप के माध्यम से लोगों के पास मैसेज भेजकर लोगों द्वारा फर्जी साइटों पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा लिये जाते हैं. उसके बाद थोड़ा सा मुनाफा दिखाकर बाद में घाटा बतलाकर लिमिट बढ़ाने के नाम पर तो कभी विड्रॉल की शर्त रखकर पैसे जमा करा लिए जाते हैं. जिसे डॉलर में क्नवर्ट कर विदेशों में ट्रांसफर किया जाता है.

कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड: इस प्रकार के अपराधों में गूगल सर्च इंजन पर विभिन्न बैंकों, ऑनलाइन मर्चेन्टों व अन्य ज्यादा खर्च की जाने वाली साइटों पर साइबर अपराधी बतौर कस्टमर केयर बनकर अपना पर्सनल फोन नंबर अपलोड कर देते हैं. जिसके बाद जब भी कोई नागरिक गूगल पर बैंकों, ऑनलाइ मर्चेन्टों आदि पर संपर्क करते हैं तो अपराधी खुद को कस्टमर केयर का अधिकारी बताते हैं. जिसके झांसे में आकर आम आदमी अपनी पूंजी गंवा देता है. इसी तरह से लोन फ्रॉड भी किया जाता है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में सड़क दुर्घटनाओं पर लगेगी रोक! सड़क हादसों पर 'संजय' ऐप रखेगा नजर

ये भी पढ़ें: कोहरे का कहर! दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराए कई वाहन, दो की मौत

हरियाणा में साइबर फ्रॉड का आंकड़ा

फरीदाबाद: हरियाणा के जिला फरीदाबाद में पुलिस ने साल 2023 में 183 साइबर फ्रॉड केस दर्ज किए हैं. फरीदाबाद पुलिस ने 117 अभियोगों में 423 आरोपियों को गिरफ्तार किया और करीब 5 करोड़ 38 लाख 80 हजार रुपये की रिकवरी की जो कि बहुत बड़ा आंकड़ा है. इसके अलावा, 2 करोड़ 71 लाख 19 हजार रुपये की रकम को शिकायतों में बैंकिंग चैनलों में रुकवाकर शिकायतकर्ताओं को वापस दिलाई गई.

पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने बताया कि इस साल के जनवरी माह में केवल 15 दिक के भीतर 19 शिकायतें मिल गई हैं. जिनमें करीब 3.73 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया जा चुका है. शिकायतों में 46 फीसदी टेलीग्राम टास्क फ्रॉड व 25 फीसदी शिकायत इन्वेस्टमेंट फ्रॉड संबंधित दर्ज की जा चुकी है.

टेलीग्राम टास्क फ्रॉड: इस प्रकार के फ्रॉड व्हाट्सएप व टेलीग्राम ऐप के जरिए संपर्क कर अलग-अलग टास्क देकर लोगों से फ्रॉड करते हैं. जिसके चलते यूट्यूब पर लाइक व सब्सक्राइब करने के नाम पर व्यवसाय को रेटिंग देने और भी कई तरीके से फ्रॉड किया जाता है. पहले छोटे-मोटे टास्कर देकर लोगों के खाते में मामूली पैसे देकर उनको झांसे मे लिया जाता है. जिसके बाद फ्रॉड का ये जाल विक्राल रूप ले लेता है और कई लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं.

इन्वेस्टमेंट फ्रॉड: साइबर अपराधी व्हाट्सएप व टेलीग्राम ऐप के माध्यम से लोगों के पास मैसेज भेजकर लोगों द्वारा फर्जी साइटों पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा लिये जाते हैं. उसके बाद थोड़ा सा मुनाफा दिखाकर बाद में घाटा बतलाकर लिमिट बढ़ाने के नाम पर तो कभी विड्रॉल की शर्त रखकर पैसे जमा करा लिए जाते हैं. जिसे डॉलर में क्नवर्ट कर विदेशों में ट्रांसफर किया जाता है.

कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड: इस प्रकार के अपराधों में गूगल सर्च इंजन पर विभिन्न बैंकों, ऑनलाइन मर्चेन्टों व अन्य ज्यादा खर्च की जाने वाली साइटों पर साइबर अपराधी बतौर कस्टमर केयर बनकर अपना पर्सनल फोन नंबर अपलोड कर देते हैं. जिसके बाद जब भी कोई नागरिक गूगल पर बैंकों, ऑनलाइ मर्चेन्टों आदि पर संपर्क करते हैं तो अपराधी खुद को कस्टमर केयर का अधिकारी बताते हैं. जिसके झांसे में आकर आम आदमी अपनी पूंजी गंवा देता है. इसी तरह से लोन फ्रॉड भी किया जाता है.

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Last Updated : Jan 19, 2024, 11:30 PM IST
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