बाड़मेर: भारतीय सेना के वायु रक्षा रेजिमेंट के जवान दाऊराम प्रजापत की करीब दो महीने पहले मौत हो गई थी. अब उसके परिजन और समाज के लोग जवान को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. इस मांग को लेकर जवान के गांव धनाऊ से परिजनों ने पदयात्रा शुरू की. यह पद यात्रा मंगलवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पहुंची. यहां उन्होंने कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू किया.
सेना के जवान दाऊराम की मां ने कहा कि उसके बेटे को शहीद का दर्जा नहीं मिला. सर्किल पर उसकी प्रतिमा भी नहीं लगी, इसलिए पैदल आना पड़ा है. उन्होंने कहा कि जवान दाऊराम को मान सम्मान मिलना चाहिए. प्रजापति युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष नारायण प्रजापति ने बताया कि दाऊराम सेना की वायु रक्षा रेजीमेंट में गनर के पद पर कार्यरत था. चंडीगढ़ में 14 सितंबर को क्रॉस कंट्री रेस थी. रेस में दाऊ ने गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन कुछ दिन बाद 24 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में ट्रेनिंग के दौरान उसकी अचानक तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान निधन हो गया.
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उन्होंने बताया कि जवान का पार्थिव शरीर यहां आया था, जब जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि जवान दाऊराम को उचित सम्मान देंगे. इस आश्वासन में गांव के सर्किल पर जवान की मूर्ति और परिवार को सहायता की बात भी शामिल थी, लेकिन दो माह बाद भी कुछ नहीं हुआ. यहां तक कि उसके बाद कोई विधायक या प्रशासन के अधिकारी वापस मिलने तक नहीं आए. इसके बाद 6-7 दिन पहले दिन पहले यह पदयात्रा शुरू की है.
बिना न्याय घर नहीं जाएंगे: नारायण प्रजापति ने दुख जताया कि ऐसा लगता है कि हम भारत के नागरिक ही नहीं है, क्योंकि अब तक किसी ने हमारी सुध तक नहीं ली है. उन्होंने बताया कि उस समय हमें 5 दिन के अंदर इस मामले कार्रवाई की बात कही गई थी. अब हम यहां शांतिपूर्ण तरीके से धरने पर बैठे हैं. मांग पूरी होने पर ही घर जाएंगे, नहीं तो जयपुर और दिल्ली जाना पड़ा तो वहां भी जाएंगे.