कोटा. मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम के लिए राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है, ताकि किसी भी तरीके से इस पर नकेल कसा जा सके. इसी क्रम में शुक्रवार को राज्य स्तरीय टीम के साथ कोटा फूड सेफ्टी टीम ने कार्रवाई करते हुए एक नकली घी की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. साथ ही बताया गया कि फैक्ट्री में तैयार नकली घी को कई ब्रांडों के नाम से बेचा जा रहा था.
मौके से टीम ने करीब 5500 किलो नकली घी सीज किया गया है. यह कार्रवाई प्रदेश के खाद्य सुरक्षा व औषधि नियंत्रण विभाग के एडिशनल डायरेक्टर पंकज ओझा के नेतृत्व में की गई, जिसमें संदीप अग्रवाल, चंद्रवीर सिंह जादौन और नितेश गौतम शामिल रहे. एडिशनल डायरेक्टर पंकज ओझा ने बताया कि कोटा के रानपुर इंडस्ट्रियल एरिया में बाल गोपाल फूड इंडस्ट्रीज के नाम से एक फैक्ट्री संचालित हो रही थी. हमें इस फैक्ट्री में नकली घी बनाने की सूचना मिली थी. ऐसे में शुक्रवार को टीम ने फैक्ट्री में दबिश दी. इस दौरान फैक्ट्री में पहुंचने पर दिलीप सिंह नाम के एक शख्स ने खुद को फैक्ट्री संचालक बताया.
इसे भी पढ़ें - जयपुर में घी के गोदाम पर छापा, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 9000 किलो नकली घी किया जब्त
हालांकि, शुरुआती तौर पर कोई फूड लाइसेंस नहीं दिखाया गया. इसके अलावा स्टाफ की मेडिकल व वॉटर टेस्टिंग रिपोर्ट भी उनके पास नहीं थी. इसके अलावा फैक्ट्री में पेस्ट कंट्रोल भी नहीं हो रहा था. इस बीच जांच पड़ताल करने पर मोबाइल में एक फूड लाइसेंस की प्रति दिखाई गई, जिसे फैक्ट्री की स्थिति को देखते हुए रद्द कर दिया गया. पंकज ओझा ने बताया कि फैक्ट्री में कई ब्रांडों के नकली घी तैयार किए जा रहे थे, जिसमें फूड कलर और फ्लेवर डालकर बनाया जा रहा था. वहीं, बरामद नकली घी किसी भी एंगल से खाने योग्य नहीं था. इधर, नकली घी के सैंपल लिए गए हैं. साथ ही फैक्ट्री के खिलाफ नमूने फेल होने की स्थिति में कोर्ट में वाद दायर किया जाएगा.