मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: जिले के भरतपुर में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा परिवार की महिला मुन्नी बाई शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए पिछले 2 सालों से विभाग का चक्कर लगा रही थी. हालांकि उनको शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इस खबर का असर देखने को मिल रहा है.खबर प्रकाशित होने के बाद विभाग की नींद खुली है. अब महिला को विभाग द्वारा 2 लाख रुपए जारी कर दिए गए हैं. बैगा महिला मुन्नी बाई ने ईटीवी भारत की टीम का आभार जताया है.
जानिए क्या है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला जिले के भरतपुर विकासखंड के शेरी गांव का है. यहांं तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार के मुखिया की मौत के बाद 2 लाख का मुआवजा जारी होने के बाद भी मृतक की पत्नि को राशि नहीं मिला था. ऐसा नहीं था कि तेंदूपत्ता वनोपज समिति को मामले की जानकारी नहीं थी, लेकिन सब कुछ जानने के बाद भी आश्रित महिला मुन्नी बाई को लाभ नहीं मिल पा रहा था.
पति की मौत के बाद आमदनी का कोई जरिया नहीं था. मुआवजा राशि के लिए 2 सालों से विभाग का चक्कर काटने के बाद भी लाभ नहीं मिल पा रहा था. जब ईटीवी भारत ने इस खबर का प्रकाशन किया तो विभाग में हलचल मच गई. 2 लाख रुपये मेरे खाते में डालने का पत्र आया है. मैं ईटीवी भारत की पूरी टीम को धन्यवाद देती हूं, जिसके कारण आज 2 सालों बाद मुझे मुआवजा राशि मिल पाई है. -मुन्नीबाई, पीड़ित महिला
ईटीवी भारत की खबर का दिखा असर: जब इस पूरे मामले की जानकारी ईटीवी भारत को हुई, तो पीड़ित महिला मुन्नी बाई और समिति प्रबंधक का पक्ष जानकर इस खबर को प्रमुखता से ईटीवी भारत ने प्रकाशित किया. अब खबर का असर देखने को मिल रहा है. छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ की ओर से 10 जुलाई को महिला के खाते में 2 लाख की राशि अंतरित करने का पत्र बैंक प्रबंधन को दिया है.