नई दिल्ली: प्रदूषण की रोकथाम के लिए राजधानी दिल्ली में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. हालांकि, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का दावा है कि दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और वितरण किया जा रहा है. अब मंत्री गोपाल राय ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध के उल्लंघन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया.
गोपाल राय द्वारा उपराज्यपाल को लिखे पत्र में कहा गया है, "मेरे संज्ञान में लाया गया है कि प्रतिबंध के बावजूद दिल्ली के विभिन्न बाजारों में पटाखे खुलेआम बेचे जा रहे हैं. ये पटाखे दिल्ली को हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाली विभिन्न सीमाओं के जरिए लाए जा रहे हैं."
प्रदूषण पर लगाम लगाने के इरादे से पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 14 अक्टूबर को शहर में 1 जनवरी तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण, वितरण और उपयोग पर रोक लगाने की घोषणा की थी. पत्र में आगे लिखा गया है, "कानून प्रवर्तन एजेंसियों के रूप में दिल्ली पुलिस ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया है. विक्रेता खुलेआम लगाए गए प्रतिबंध का उल्लंघन कर रहे हैं."
पत्र में ये भी कहा गया है, "दिवाली के दौरान इन पटाखों को फोड़ने से वायु प्रदूषण और दिल्ली के निवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने वाला है. सोमवार को वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई. वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 328 दर्ज किया गया. सफर के भविष्यवाणी के मुताबिक, दिल्ली में 1 जनवरी तक पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद, पटाखों के उपयोग और पराली जलाने राजधानी में वायु गुणवत्ता आने वाले सप्ताह तक 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है.
बता दें, इससे पहले 24 अक्टूबर को एलजी सक्सेना ने मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर प्रदूषण कम करने में मदद के लिए नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों (सीडीवी) का उपयोग करने का अनुरोध किया था. पत्र में एलजी सक्सेना ने प्रदूषण से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम नहीं होने का मुद्दा उठाया था.
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