रायपुर: केंद्र सरकार ने साल 2015 में बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना की शुरुआत की. इसी योजना के तहत सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना का भी आगाज किया. बेटियों के भविष्य को बेहतर और सुरक्षित बनाने में ये योजना मील का पत्थर साबित हो रही है. योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए बेटी की उम्र दस साल से कम होनी चाहिए. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खुले खाते एक्टिव करने के लिए खाते में मिनिमम बैलेंस आपको मेंटेन करना होगा. जिस खाते में न्यूनतम राशि जो तय की गई है उससे कम राशि होगी तो खाता बंद भी हो सकता है. केंद्र सरकार के मुताबिक जिसके नाम से खाता खुला है उस खाते में 31 मार्च 2024 तक न्यूनतम बैलेंस रखना जरुरी है. अगर खाता किसी वजह से बंद हो जाता है तो जुर्माने की राशि देकर खाते को फिर से चालू किया जा सकता है.
सुकन्या समृद्धि योजना: स्कीम की जो सबसे बड़ी बात है वो ये कि आपको 15 सालों तक लगातार पैसे जमा करना होता है. बेटी की उम्र जब 21 साल की होगी तब आपके पैसे मैच्योर हो जाएंगे. जमा पैसे से आप चाहे बेटी की शादी कराएं या फिर उसके हायर स्टडी में खर्च करें ये आपकी मर्जी पर निर्भर करता है. अगर आपने बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवा रखा है तो उसमें एक साल में आपको 250 रुपए कम से कम जमा जरुर करना होगा. अगर आपने किसी वजह से 250 रुपए साल में जमा नहीं किए तो खाता बंद हो सकता है. खाता बंद होने पर आप पचास रुपए सालाना जुर्माना देकर खाता फिर चालू करा सकते हैं.
क्यों जरूरी है आपके लिए ये योजना: सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों के खाते में जमा राशि पर सरकार 8.2 फीसदी की दर से ब्याज देती है. खाते में साल में कम से कम 250 रुपए और ज्यादा से ज्यादा डेढ़ लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं. योजना की जो सबसे बड़ी खासियत है वो ये कि ये योजना आयकर अधिनियम 80C के तहत आता है. अगर आप खाते में साल भर में डेढ़ लाख रुपए डालते हैं तो इसमें टैक्स छूट भी आपको मिलती है. योजना के तहत मिलने वाले रिटर्न पर कोई ब्याज भी नहीं लगता. खाते में धीरे धीरे कर राशि जब आप जमा करते रहते हैं तो वो राशि एक दिन लाखों में पहुंच जाती है. बेटी की शादी हो या फिर उसकी आगे की पढ़ाई आपको कर्ज लेने की जरुरत नहीं होती. इस योजना से आप अपनी बेटी को ही आत्मनिर्भर नहीं बनाते बल्कि खुद का भविष्य भी बेहतर करते हैं.
ऑनलाइन भी खुलवा सकते हैं खाता: इस योजना का फायदा उठाने के लिए आप सुकन्या समृद्धि अकाउंट ऑनलाइन भी खुलवा सकते हैं. ऑनलाइन खाता खोलने के लिए आपके पास पूरी जानकारी होनी पीडीएफ फॉर्मेट में होनी चाहिए. अगर आप ऑनलाइन खाता नहीं खोल पा रहे हैं तो फिर बैंक या डाकखाने जाकर भी खाता खुलवा सकते हैं. बैंक की ओर से मांगी गई जानकारी और जरूरी दस्तावेज आपके पास होने चाहिए. जिसमें डेट ऑफ बर्थ, आधार कार्ड की कॉपी, स्थायी पता पोस्टल एड्रेस के साथ होनी चाहिए. अपनी सुविधा के लिए आप चाहें तो घर से फार्म और मांगे गए दस्तावेज लेकर बैंक जाएंगे तो आपका खाता जल्दी खुल जाएगा. एक बार जब आपका खाता खुल जाता है तो आप बैंक नहीं जाकर ऑनलाइन भी पैसे खाते में डाल सकते हैं.
लाडली बिटिया का भविष्य करिए सुरक्षित: एक वक्त था जब लोग कहते थे बेटी बोझ है. वक्त बदल गया है बेटियां बोझ नहीं बेटिया दिल के करीब होती हैं. बेटों से ज्यादा बेटियां परिवार को जोड़े रखती हैं. अगर आपने अभी तक बेटियों का भविष्य संवारने और सुरक्षित करने के लिए इस योजना का लाभ नहीं उठाया तो देर मत करिए. बैंक या डाकघर जाइए. हंसती मुस्कुराती बिटिया को एक बेहतर कल सुकन्या समृद्धि योजना से दीजिए.