जींद : हरियाणा विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट इस बार ख़ासी चर्चाओं में है. दरअसल कांग्रेस ने यहां से पहलवान विनेश फोगाट को टिकट दिया है जिसके बाद सबकी निगाहें जुलाना सीट पर केंद्रित हो गई है. सब जानना चाहते हैं कि क्या चुनावी दंगल में दूसरे पहलवानों को पटखनी देने वाली रेसलर विनेश फोगाट क्या चुनावी दंगल में भी बाकी उम्मीदवारों को धोबी पछाड़ दे पाएगी.
जुलाना की टक्कर में कौन ? : जुलाना हरियाणा के जींद जिले में आता है. जुलाना सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो एक अनुमान के मुताबिक यहां पर लगभग 70% प्रतिशत मतदाता जाट समुदाय के हैं. फिर ओबीसी और ब्राह्मण समुदाय के मतदाता 50,000 के आसपास हैं. जाट बाहुल्य जुलाना सीट पर अगर उम्मीदवारों की बात की जाए तो यहां से कुल 20 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया था जिसमें से अब तक 12 उम्मीदवारों के नामांकन को मंजूर किया गया. वहीं 8 उम्मीदवारों के नामांकन को रिजेक्ट कर दिया गया जिसके बाद अब यहां से 12 उम्मीदवार जुलाना की जंग में उतरे हैं. कांग्रेस ने यहां पर ओलंपिक मेडल जीतने से चूकी विनेश फोगाट को टिकट दिया है. वहीं विनेश को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने ओबीसी समुदाय से आने वाले एयर इंडिया में पायलट रह चुके कैप्टन योगेश बैरागी को मैदान में उतारा है. इसके अलावा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सहयोगी रही आम आदमी पार्टी ने लेडी खली के नाम से मशहूर पहलवान कविता दलाल को विनेश फोगाट के सामने चुनावी दंगल में मैदान में उतार दिया है जिसके बाद मुकाबला जुलाना में काफी ज्यादा दिलचस्प हो गया है. वहीं इंडियन नेशनल लोकदल यानि इनेलो (INLD) ने यहां से सुरेंद्र लाठर को टिकट दिया है, जबकि जननायक जनता पार्टी (JJP) ने अमरजीत ढांडा को टिकट दिया है. पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार राजनीति में कदम रखा है.
कौन हैं विनेश फोगाट ? : विनेश फोगाट हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बलाली गांव की रहने वाली हैं लेकिन उनका ससुराल जुलाना में आता है. विनेश फोगाट ने कुश्ती में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश-विदेश में काफी नाम कमाया है. विनेश फोगाट उस वक्त ज्यादा सुर्खियों में आई, जब उन्होंने पिछले साल तत्कालीन भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और पूर्व भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ शोषण के आरोपों को लेकर बाकी पहलवानों के साथ मोर्चा खोल दिया. इसके बाद विनेश फोगाट की पॉपुलरिटी का ग्राफ उस वक्त तेज़ी से बढ़ा, जब उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 की कुश्ती में शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे देश का दिल जीत लिया. हालांकि विनेश फोगाट के लिए देश और खासतौर पर हरियाणा में उस वक्त सहानुभूति की जबर्दस्त लहर नज़र आई थी, जब वे मात्र 100 ग्राम वजन ज्यादा होने से ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई थी और कुश्ती से संन्यास लेने का उन्होंने ऐलान कर दिया था.
कौन हैं "लेडी खली" कविता दलाल ? : कविता दलाल लेडी खली के नाम से मशहूर हैं. वे मालवी गांव की रहने वाली हैं. कविता WWE में कुश्ती लड़ने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं. कविता ने साल 2022 में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी. साल 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में वे वेटलिफ्टिंग में भारत का नेतृत्व कर गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हैं. 'ग्रेट खली' के नाम से मशहूर पूर्व WWE स्टार दलीप सिंह राणा की जालंधर अकादमी में उन्होंने ट्रेनिंग ली है.
कौन हैं कैप्टन योगेश बैरागी ?: ओलंपिक के फाइनल में मात्र 100 ग्राम वजन ज्यादा होने से मेडल जीतने से चूकी विनेश फोगाट से कांग्रेस को सीट की तगड़ी आस है. वहीं कैप्टन योगेश बैरागी की बात की जाए तो 35 वर्षीय कैप्टन योगेश बैरागी को राजनीति में आए हुए अभी ज्यादा वक्त नहीं बीता है. करीब डेढ़ साल पहले ही उन्होंने सियासत के मैदान में एंट्री की है. इससे पहले वे वे एयर इंडिया में सीनियर कैप्टन के पद पर रह चुके हैं. उन्होंने पायट रहते हुए चेन्नई में आई बाढ़ आपदा और भारत सरकार के वंदे भारत मिशन में भी अहम भूमिका निभाई थी. वे हरियाणा बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं. साथ ही हरियाणा भाजपा खेल प्रकोष्ठ के सह-संयोजक हैं. उनके पिता नरेंद्र कुमार बैरागी हरियाणा में बैरागी सभा के प्रदेश अध्यक्ष हैं.
जुलाना सीट का इतिहास: जुलाना सीट सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में आती है. वहीं अगर जुलाना सीट पर पिछले कुछ चुनावों के नतीजों की बात करें तो साल 2000 और 2005 में कांग्रेस के शेर सिंह ने यहां से चुनाव जीता था. वहीं साल 2009 में इंडियन नेशनल लोकदल के परमिंदर सिंह यहां से विधायक चुने गए. 2014 में जनता ने उन्हें दोबारा विधायक चुना लेकिन साल 2019 में उन्होंने पार्टी बदलकर बीजेपी से चुनाव लड़ा और वे हार गए. जेजेपी के अमरजीत ढांडा को यहां से विधायक चुना गया. इस बार के चुनाव में जेजेपी ने एक बार फिर से उन पर भरोसा दिखाते हुए टिकट दे डाला है.
2019 के चुनाव में क्या हुआ : 2019 के विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट में कुल 73% वोटिंग हुई थी. जेजेपी प्रत्याशी अमरजीत ढांडा ने बीजेपी के परमिंदर सिंह को चुनाव में शिकस्त दे दी थी. जेजेपी प्रत्याशी अमरजीत ढांडा को 61,942 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के परमिंदर सिंह को 37,749 वोट मिले थे.
पार्टी | कैंडिडेट | 2019 में वोट |
जेजेपी | अमरजीत ढांडा | 61,942 |
बीजेपी | परमिंदर सिंह | 37,749 |
कांग्रेस | धर्मेन्द्र सिंह | 12,440 |
2024 में कौन मारेगा बाजी ?: जुलाना की जंग में जहां इस बार पहलवानों और कैप्टन के बीच टक्कर है, वहीं एक दिलचस्प बात ये भी है कि कांग्रेस, बीजेपी और AAP तीनों ने यहां से नए चेहरों को मौका दिया है जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस इस सीट पर आखिरी बार साल 2005 में जीती थी ऐसे में वो विनेश फोगाट के जरिए इस सीट को दोबारा हासिल करना चाहती है. जानकारों की माने तो जुलाना में मुख्य मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट और बीजेपी उम्मीदवार कैप्टन योगेश बैरागी के बीच ही है. लेकिन क्या सुरेंद्र लाठर, अमरजीत ढांडा या फिर लेडी खली कुछ करिश्मा यहां दिखा पाएंगी, ये देखने वाली बात होगी. इसके लिए आपको 8 अक्टूबर का इंतज़ार करना होगा, क्योंकि 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी और फिर 8 अक्टूबर को वोटों की काउंटिंग होगी और ईटीवी भारत हमेशा की तरह आपको देगा सबसे तेज़ और सबसे सटीक नतीजे.
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