चंडीगढ़: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) के अध्यक्ष हिम्मत सिंह ने बताया कि चुनाव आयोग ने एचएसएससी द्वारा आयोजित विभिन्न विभागों की भर्ती परीक्षाओं के नतीजे जारी करने पर रोक लगा दी है. उन्होंने आज चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि भर्ती परीक्षाओं के नतीजे चुनावों के बाद ही घोषित किए जाएंगे. इस बारे चुनाव आयोग ने लिखित में भेजा है.
6 अक्टूबर से पहले जारी नहीं होगा परिणाम
हिम्मत सिंह ने बताया कि ग्रुप-56, 57,1 व 2 और हरियाणा पुलिस भर्ती का नतीजा 6 अक्टूबर 2024 से पहले जारी नहीं किया जा सकता. चुनाव आयोग ने इससे पहले नतीजा जारी करने से इनकार किया है. आयोग को हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला भी दिया गया. लेकिन चुनाव आयोग द्वारा इसके लिए पर्याप्त समय होने की बात कही गई. हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार परिणाम अक्टूबर में जारी किए जा सकते हैं.
अगला CET अक्टूबर 24 से दिसंबर 24 के बीच
आयोग के अध्यक्ष हिम्मत सिंह ने बताया की अगला कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) अक्टूबर 24 से दिसंबर 24 के बीच कराया जाएगा. CET 2022 के बाद से अब तक नहीं हुआ है. हालांकि जिन परीक्षाओं का शेड्यूल जारी किया जा चुका है, वे इस अनुसार ही होंगी. उन्होंने बताया कि ग्रुप-डी के 2600 पदों का नतीजा भी विधानसभा चुनावों के बाद ही जारी किया जाएगा.
ECI के जारी नोटिस का जवाब दिया
चुनाव आयोग द्वारा एचएसएससी को नोटिस जारी किया गया था. यह नोटिस चुनाव आचार संहिता के दौरान भर्ती निकालने के संबंध में था. ECI द्वारा चुनाव तक परिणाम रोकने का आदेश दिया गया है. हिम्मत सिंह ने बताया कि चुनाव आयोग को नोटिस का जवाब भेजा गया था. लेकिन आज सुबह ECI का जवाब प्राप्त हुआ, जिसमें चुनावों से पहले नतीजे जारी करने पर रोक लगाई गई है.
छात्र अफवाहों पर ध्यान ना दें
एचएसएससी के अध्यक्ष हिम्मत सिंह ने कहा कि अनेक बच्चे भर्ती परिणामों बारे जानना चाहते हैं. क्योंकि कई पदों के लिए भर्ती परीक्षा हो चुकी है और आयोग इन भर्तियों का परिणाम निकालने के समीप है. बच्चों के मैसेज आ रहे हैं, जो नतीजों बारे सवाल कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि आगामी परीक्षाएं निर्धारित समय पर होंगी और शेष प्रक्रिया भी जारी रहेगी. साथ ही छात्रों से सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है.
एचएसएससी के 2800 मामले कोर्ट में विचाराधीन
एचएसएससी से जुड़े करीब 2800 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं. हिम्मत सिंह ने कहा कि वह भर्ती रोको गैंग के बारे में कुछ नहीं कहना चाहते. लेकिन कई बार महसूस होता है कि कई मामले जानबूझकर कोर्ट में में लाए जाते हैं.