नई दिल्ली/गाजियाबाद: भ्रष्टाचार के कथित आरोप में फंसे ईडी के एक अधिकारी ने आत्महत्या कर ली. दिल्ली प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में तैनात अधिकारी आलोक कुमार पंकज का शव 18 अगस्त को गाजियाबाद के गौशाला फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर मिला. जीआरपी टीम को मौके पर ईडी अधिकारी का शव ट्रैक उल्टा पड़ा मिला था. ऐसे में माना जा रहा कि ईडी अधिकारी ने रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या की. हालांकि, जीआरपी टीम को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
हालांकि, जीआरपी टीम को ईडी अधिकारी के जेब से ड्राइविंग लाइसेंस और एक पर्ची मिली. जिस पर आलोक कुमार पंकज के घर का पता लिखा था. पते पर संपर्क करने के बाद परिजनों को इस घटना की सूचना दी गई. सूचना मिलते ही परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. 19 अगस्त को पोस्टमार्टम के पश्चात शव को परिजनों को सौंप दिया गया था. 51 वर्षीय आलोक कुमार पंकज बिहार के कहलगांव के रहने वाले थे.
"18 अगस्त 2024 को दोपहर तकरीबन दो बजे स्टेशन मास्टर के माध्यम से गौशाला फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना मिली. मौके पर पहुंचकर टीम ने जांच की तो दिल्ली के पते का ड्राइविंग लाइसेंस और एक पर्ची मिली. पर्ची पर गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित घर का पता लिखा हुआ था. पते पर संपर्क कर परिवार वालों को बुलाया गया. परिवार वालों द्वारा नहीं बताया गया कि आलोक कुमार पंकज ED में थे. बाद में जानकारी करने पर पता चला आलोक कुमार पंकज ईडी में अधिकारी थे."- सुदेश गुप्ता, सीओ, जीआरपी गाजियाबाद
यह है पूरा मामला: बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने मुंबई में आभूषण कारोबारी के यहां छापेमारी की थी. कार्रवाई ईडी सहायक निदेशक संदीप सिंह के नेतृत्व में की गई थी. संदीप सिंह पर आरोप है कि आभूषण कारोबारी के बेटे को गिरफ्तार करने की धमकी दी. बाद में गिरफ्तार न करने की एवज में 50 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी. मामले में सीबीआई ने संदीप को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था. जानकारी के मुताबिक, इसी मामले आलोक रंजन का भी नाम था. इसके बाद से आलोक कुमार पंकज काफी तनाव में थे.
ये भी पढ़ें: