रायपुर: पूरे देश में नवरात्रि का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ में भी नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो चुकी है. रायपुर में मां दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप दिया जा रहा है. नवरात्रि में शहर के विभिन्न स्थानों में पंडाल का निर्माण किया जाता है. इन पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है. प्रतिमा छोटी से लेकर काफी बड़ी विशालकाय भी होती है. इस बीच 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है.
नवरात्र से पहले तैयार हो जाएगी मूर्तियां: इस बार नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो रही है. इस कारण मूर्तिकारों ने भी मां की प्रतिमा को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. छोटी मूर्ति हो या फिर बड़ी मूर्ति, सभी मूर्ति को रंगने की तैयारी शुरू हो गई है. बरसात का समय है, इसलिए मूर्ति सूखाने में थोड़ा समय लग रहा है, बावजूद इसके मूर्तिकार मूर्तियों को सूखाने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी कोशिश है कि नवरात्रि शुरू होने के पहले सारी मूर्ति पूरी तरह से तैयार हो जाए. इसी तरह की तैयारी रायपुर के नवागांव के मूर्तिकार भी कर रहे हैं.
नवरात्रि आने से चार-पांच माह पहले मूर्ति बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. पहले पैरा लाया जाता है. उसे बांधा जाता है. उसे एक आकार दिया जाता है फिर उस पर मिट्टी का लेप लगाया जाता है. फिर उसे मां दुर्गा की आकृति दी जाती है. अंत में रंग रोगन कर, कपड़े पहना कर मां दुर्गा के रूप का श्रृंगार किया जाता है. हमारे पास चार-पांच हजार से लेकर डेढ़ से 2 लाख तक की मूर्ति बनवाने लोग पहुंचते हैं. उसे हम तैयार करते हैं. हमें अपनी मेहनत के अनुसार पैसा मिल जाता है. : रघुवीर चक्रधारी, मूर्तिकार, नवागांव
मूर्तिकारों को बेहतर ग्राहकी की उम्मीद: रायपुर में मूर्तिकार इन दिनो मां की हर आकार की प्रतिमा तैयार कर रहे हैं. इन दिनों मूर्तियों को फाइनल टच दिया जा रहा है. अधिकतर पंडालों में 3 अक्टूबर को ही मूर्ति स्थापना हो जाएगी. 9 दिनों तक मां के हर रूप की आराधना होगी. 12 अक्टूबर को मां की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा. इस बीच मूर्तिकारों को बेहतर ग्राहकी की आस है.