रायपुर: सोमवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग और आंध्र प्रदेश के बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम के बीच एक नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को वर्चुअली पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाई. यह छत्तीसगढ़ में शुरू की गई दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है. दुर्ग टू विशाखापट्टनम वंदे भारत ट्रेन आधुनिक यात्री सुविधाओं और हाईटेक सुरक्षा सुविधाओं वाली एक सेमी-हाई-स्पीड एसी ट्रेन है.
आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है वंदे भारत: रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि ''पीएम ने अहमदाबाद से ट्रेन को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई, जबकि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रायपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम से जुड़े. रायपुर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और अन्य नेता मौजूद रहे. रेल अधिकारी ने बताया कि नई वंदे भारत दुर्ग और विशाखापत्तनम के बीच की दूरी आठ घंटे में तय करेगी, जिससे यात्रा में लगभग तीन घंटे की बचत होगी''.
तीन घंटों की होगी बचत: इस मार्ग पर चलने वाली मौजूदा ट्रेनों को दोनों शहरों के बीच की यात्रा पूरी करने में 11 घंटे लगते हैं. दुर्ग-विशाखापत्तनम वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन (गुरुवार को छोड़कर) दोनों छोर से चलेगी. यह ट्रेन दो प्रमुख शहरों दुर्ग और विशाखापत्तनम को जोड़ती है, जो पर्यटन और व्यापार के लिहाज से महत्वपूर्ण है. यह पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी और स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
क्यों खास है ये ट्रेन: वंदे भारत एक्सप्रेस श्रेणी की ट्रेनों में कई विशेष विशेषताएं हैं, जिनमें अधिक गति, बेहतर आराम और सुरक्षा शामिल है. रेलवे से जुड़े अधिकारी ने बताया कि ''वे अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे (99 मील प्रति घंटे) की गति प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन वर्तमान में यह 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती है. इन सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनों में पर्याप्त पैर रखने की जगह के साथ रिक्लाइनिंग सीटें हैं और इनमें कई सुरक्षा विशेषताएं हैं, जिनमें स्वचालित दरवाजे, स्मोक अलार्म, सीसीटीवी कैमरे, बायो-वैक्यूम शौचालय और 'कवच' सिग्नलिंग तकनीक (ट्रेन सुरक्षा प्रणाली) शामिल है.