दुर्ग : जिले में ठगों ने एक बार फिर ठगी के बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. भिलाई के एक रिटायर्ड बैंक कर्मी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी की गई है. ठगों ने रिटायर्ड कर्मी को झांसे में लेकर शेयर ट्रेडिंग के लिए अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड कराया और 1 करोड़ 58 लाख रुपए ठग लिए है. शिकायत मिलने पर भिलाई नगर पुलिस ने धारा 420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की है.
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर झांसे में लिया : आमदी नगर हुडको सेक्टर निवासी सुरेश चिदंबरम (60 वर्ष) बैंक ऑफ बड़ोदा से रिटायर्ड हैं. दो महीने पहले 25 मार्च को उनके वाट्सएप पर एक अनजान नंबर से लिंक आया, जिसे ओपन करने पर उनका नंबर एक वाट्सप ग्रुप में जुड़ गया. उस ग्रुप के जरिए उनकी पहचान बावा सिंह नाम के व्यक्ति से हुई. बावा सिंह ने उन्हें ऐप के जरिए ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कूल ज्वाइन करने के लिए कहा. जहां जॉन पीटर हस्मन नाम के दूसरे व्यक्ति ने शेयर मार्केट से संबंधित जानकारी दी और खुद को सेबी से रजिस्टर्ड बताया. जॉन पीटर हस्मन ने रिटायर्ड बैंक कर्मी को फिर बावा सिंह से सम्पर्क करने के लिए कहा."
"उसने ट्रेडिंग करने की प्रक्रिया बताई और अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड कराकर उसका डीमेट अकाउंट खुलवाया. इसके बाद ट्रेडिंग के लिए रकम जमा करने के लिए कह ने पर रिटायर्ड बैंक कर्मी ने पिछले माह 9 अप्रैल को 2 लाख रुपए जमा करा दिया. महीनेभर के अंदर पीड़ित ने करीब 15 अलग-अलग ट्रांजेक्शन कर कुल 1 करोड़ 58 लाख रुपए जमा करा दिए." - सत्य प्रकाश तिवारी, सीएसपी, भिलाई नगर
अधिक प्रॉफिट शो कर देता रहा झांसा : पुलिस के मुताबिक, प्राथी को अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट ट्रेडिंग ऐप में उनका प्रॉफिट कुल 7 करोड़ 7 लाख रुपए दिखाया. जब उसने उस रकम में से कुछ पैसे अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहा, तो पैसा नहीं निकला. इस पर उन्होंने बावा सिंह और ऐप के कस्टमर सर्विस डिपार्टमेंट से संपर्क किया. तो उन्होंने पीड़ित को 79 लाख 68 हजार रुपए जमा करने को कहा गया. तब जाकर पीड़ित को ठगी का अंदेशा हुआ. प्रार्थी ने पैसा और डालने से इंकार कर दिया और 17 मई को साइबर पुलिस से शिकायत दर्ज कराई.
ठगों की पतासाजी में जुटी पुलिस : प्रार्थी ने ठगी का अंदेशा होने पर साइबर पुलिस की ऑनलाइनु पोर्टल में शिकायत दर्ज कराई. भिलाई नगर थाना की पुलिस धारा 420 के तहत केस दर्ज कर ठगी जांच पड़ताल में जुटी है. पुलिस ठगों के बताए ऐप और बैंकिंग ट्रांजेक्शन की डिटेल खंगाल रही है.