दुर्ग: शिक्षक दिवस के मौके पर दुर्ग जिले के खेदामारा शासकीय स्कूल की शिक्षिका के. शारदा को दिल्ली राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया. इस दौरान दिव्यांग शिक्षिका ने व्हीलचेयर से मंच पर पहुंची. राष्ट्रपति ने के. शारदा को ये पुरस्कार उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवाचार के लिए दिया. इस साल देशभर से 50 शिक्षक राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किए गए थे. इनमें एक के. शारदा भी शामिल थी.
20 से अधिक लिख चुकी हैं किताबें: दुर्ग की दिव्यांग शिक्षिका के. शारदा लगातार टेक्नोलॉजी पर काम कर रही हैं. इसी का नतीजा है कि एआई टेक्नीक के जरिए आर्गमेंटेड रियालटी के अब तक दो हजार से अधिक इंटरनेट कंटेंट तैयार कर चुकी है. यही नहीं बहुभाषीय शिक्षण कार्य को बढ़ावा देने के लिए 20 से अधिक किताबें लिख चुकी हैं. यह पुस्तक प्रदेश के कई जिलों में बच्चों को पढ़ाई जाती है. यह सभी किताबें एजुकेशन बेस्ड है, जिसे भारत सरकार ने भी खूब सराहा.
खेल-खेल में पढ़ाने को लेकर किया नवाचार: के. शारदा ने गणित के किताब क्यूआर कोड में तैयार की है, जिसे बच्चे मोबाइल से स्कैन करने पर सीधे उस चैप्टर की अधिक जानकारी उनके यूट्यूब चैनल पर पहुंचा जा सकता है. उनकी वेबसाइट पर भी स्कूली शिक्षा को खेल-खेल में पढ़ाने का दिलचस्प कंटेंट मौजूद है. इसके अलावा हल्बी भाषा में भी उन्होंने पुस्तक लिखी है, जिसे बस्तर के बच्चे के लिए विशेष तौर पर तैयार किया गया है. के. शारदा अब गोढ़ी भाषा में पुस्तक तैयार करने वाली हैं. ये किताबें जल्द पब्लिश होंगी. इसके साथ ही गतिविधि आधारित शिक्षा, खेल-खेल में शिक्षा जैसे नवाचारों का प्रयोग किया है.
राज्यपाल से हो चुकी हैं सम्मानित: साल 2023 में शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 52 शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिसमें के. शारदा भी इस शिक्षक सम्मान की हकदार बनी थीं. उन्हें तत्कालीन राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन हाथों सम्मानित किया गया.