नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में नये शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए एडमिशन कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के जरिये ही होंगे. सीयूईटी में छात्रों को उन्हीं विषयों को चुनना होगा, जो उन्होंने 12वीं कक्षा में पढ़े हैं. सीयूईटी की परीक्षाओं के बाद डीयू सीएसएएस पोर्टल की शुरुआत करेगा, जिसके जरिये डीयू में प्रवेश के लिए आवेदन किए जा सकेंगे.
शुक्रवार को डीयू में हुए वेबिनार में यह जानकारी दी गई. डीन ऑफ एडमिशन प्रो. हनीत गांधी ने ये जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि अभी और भी वेबिनार कर हम छात्रों से रूबरू होंगे. छात्र https://exams.nta.ac.in/CUET-UG/ और www.admission.uod.ac.in पर विजिट करते रहें. यहां उन्हें सभी अपडेट्स मिलते रहेंगे.
उन्होंने ये भी कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 61 विषयों, 33 भाषाओं और 27 डोमेन में विशेष विषयों की घोषणा की है. इसके आधार पर उन्हें सीयूईटी देनी है. उन्हें ख्याल रखना होगा कि जो विषय वो चुन रहे हैं, अगर वे बिल्कुल मेल नहीं खा रहे हैं तो उनका 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम 12वीं में पढ़े विषय के समान होना चाहिए.
सीयूईटी के बाद स्ट्रीम बदल सकते हैं छात्र: डीयू की डीन एडमिशन प्रोफेसर हनीत गांधी ने छात्रों को बताया कि वे सीयूईटी के बाद डीयू में प्रवेश के दौरान अपनी स्ट्रीम बदल सकते हैं. लेकिन, उन्हें परीक्षा उसी विषय में देनी होगी, जिसको उन्होंने 12वीं में पढ़ा है. अगर आपने एक भाषा 12वीं में पढ़ी है और फीजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथमेटिक्स विषय लिए हैं, तो उस भाषा और इन्हीं विषयों में सीयूईटी परीक्षा देनी होगी. एनटीए 6 विषय चुनने का विकल्प इस साल दे रहा है. इसमें एक भाषा का चुनाव जरूरी है.
डीयू 68 कालेजों में 79 स्नातक विषयों में प्रवेश दे रहा है. इसकी पूरी जानकारी इंफार्मेशन बुलेटिन से ली जा सकती है, जिसे डीयू की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि पांच वर्षीय विधि कार्यक्रम, बीटेक कार्यक्रम, आइटेप, एसओएल और एनसीवेब में प्रवेश सीयूईटी के जरिये नहीं होंगे. पिछले साल दिया गया सीयूईटी इस साल दाखिले के लिए मान्य नहीं होगा और उन्हें दोबारा परीक्षा देनी होगी.
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सीयूईटी के लिए 26 मार्च तक फार्म भरे जा रहे हैं. अगर कोई गलती हो जाती है तो 28 और 29 मार्च को छात्रों को इसे सुधारने का मौका मिलेगा. जरूरी है कि स्टूडेंट्स सारी जानकारी सटीक भरें, क्योंकि डीयू के पास एनटीए से छात्रों की निजी जानकारी आती है, ऐसे में उस गलती को सुधारा नहीं जा सकता है. छात्र अपने सभी जरूरी दस्तावेज जुटा लें. संयुक्त डीन डा. आनंद सोनकर ने भी वेबिनार में इससे संबंधित जानाकरी दी.
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