कुल्लू: जिला कुल्लू की गड़सा घाटी के माहून गांव में बीते दिन गोकशी का मामला सामने आया था. पुलिस ने इस मामले में छह प्रवासी मजदूरों को हिरासत में ले लिया है. गोकशी का खुलासा होने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया. ग्रामीणों ने भी देर रात तक सभी आरोपियों को वहीं पर रोक कर रखा.
ग्रामीण इस बात पर अड़े रहे कि जब तक गोवंश के अवशेषों की तलाश पूरी होने तक आरोपियों को नहीं जाने दिया जाएगा. देर रात तक पुलिस प्रशासन ग्रामीणों के साथ बातचीत कर शांति कायम रखने का प्रयास करती रही. गोवंश के अवशेषों की तलाश के लिए मंगलवार को डॉग स्क्वायड को मौके पर बुलाया गया. डॉग स्क्वायड ने गोवंश के अवशेष तलाश लिए हैं. पुलिस ने मौके से मिले अवशेषों को अपने कब्जे में ले लिया है. वहीं, मंगलवार को फिर से मौके पर ग्रामीण पहुंच गए थे और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग कर रहे थे.
ग्रामीण जितेंद्र कुमार, हरीश व अनुराग का कहना है कि 'जिस तरह से बाहरी राज्य के मजदूरों के द्वारा एक गोवंश की हत्या की गई है वह निंदनीय है. इस तरह से पूरे प्रदेश में अशांति फैल रही है और पुलिस प्रशासन को ऐसी हरकत करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लानी चाहिए.' ऐसे में अब गोवंश के अवशेष भी पुलिस टीम को मिल गए हैं और आरोपियों पर जल्द कारवाई भी की जानी चाहिए. वहीं, एसपी कुल्लू डॉक्टर गोकुल चंद्र कार्तिकेयन ने बताया कि डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंच गई है और गोवंश के अवशेष भी बरामद कर लिए गए हैं. पुलिस की टीम इस मामले में आगामी कारवाई कर रही है.
बता दें कि मामले से जुड़े आरोपी ठेकेदार के पास पानी की पाइप बिछाने का काम करते थे और माहून गांव में किराए के मकान में रह रहे थे. मकान मालिक ने कहा, कि 'चार पांच दिन पहले एक आवारा गाय और उसकी छोटी बछड़ी यहां सड़क पर घूम रही थी लेकिन उसकी बछड़ी अब नजर नहीं आ रही है."
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