नई दिल्लीः दिल्ली में वाहनों के प्रदूषण के जांच का शुल्क कम बढ़ाने के विरोध में दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (डीपीडीए) पेट्रोल पंपों पर बने करीब 700 प्रदूषण जांच केंद्रों को बंद कर दिया है. इससे वाहन चालकों को प्रदूषण की जांच कराने में परेशानी हो रही है. अब परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस समस्या को देखते हुए डीएमआरसी (DMRC) और इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) से अपनी साइटों पर प्रदूषण जांच केंद्र बनाने की बात की है.
परिवहन मंत्री के मुताबिक, इस पर सहमति बन गई है. जल्द नए प्रदूषण जांच केंद्र खुलने शुरू हो जाएंगे. वहीं, बंद पड़े प्रदूषण जांच केंद्रों के संचालन की मान्यता निलंबित करने का भी परिवहन मंत्री ने आदेश दिया है.
रोज एक्सपायर हो रही हजारों पीयूसीः डीपीडीए द्वारा दिल्ली के करीब 700 प्रदूषण जांच केंद्र को विरोध दर्ज करने के लिए 15 जुलाई से बंद कर दिया गया है. इन केंद्रों पर दिल्ली में रोजाना करीब छह से सात हजार लोग अपने वाहनों की जांच कराकर पोल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) सर्टिफिकेट लेते थे. अब ये लोग परेशान हो रहे हैं. दिल्ली सरकार की ओर से पूर्व में लोगों से अपील की गई कि दिल्ली में 300 अन्य जगहों पर भी अधिकृत प्रदूषण जांच केंद्र है. इनकी सूची परिवहन विभाग की वेबसाइट पर है. यहां पर लोग वाहनों के प्रदूषण की जांच करा सकते हैं.
जांच केंद्र खोलने की तैयारी में जुटी सरकारः दिल्लीवासियों की सुविधा के लिए परिवहन विभाग ने डीएमआरसी और आईजीएल से अपनी साइटों पर नए पीयूसी जांच केंद्र खोलने का अनुरोध किया है. जल्द नए पीयूसी जांच केंद्र खुलने शुरू हो जाएंगे. इससे लोगों को राहत मिलनी शुरू हो जाएगा. बता दें, बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के दिल्ली में वाहन चलाने पर 10 हजार रुपये का चालान है.
बंद पड़े पीयूसी जांच केंद्रों का संचालन होगा निलंबित: दिल्ली में कुल 900 पीयूसी जांच केंद्र हैं. इनमें से 700 केंद्र पेट्रोल पंपों पर है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने देश भर के सभी राज्य परिवहन विभागों को प्रत्येक पेट्रोल पंप पर पीयूसी जांच केंद्र स्थापित करने का आदेश दिया था. हाल में परिवहन विभाग ने पाया कि कुछ पीयूसी जांच केंद्र इस आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं. इसके बाद परिवहन मंत्री ने बंद पड़े पीयूसी जांच केंद्रों का संचालन निलंबित करने के आदेश दिए हैं.
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