हरिद्वारः काशी विश्वनाथ की तर्ज पर उत्तराखंड के हरिद्वार में हरकी पैड़ी कॉरिडोर बनाया जाना है. हरकी पैड़ी कॉरिडोर के लिए डीपीआर बनाने का काम शुरू हो गया है. सरकार की ओर से कंसल्टेंसी फर्म भी नियुक्त कर दी गई है. शनिवार को हरिद्वार डीएम धीराज गर्ब्याल ने सभी विभागीय अधिकारियों और कंसल्टेंसी फर्म की मीटिंग ली. मीटिंग में पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, नगर निगम, पेयजल और पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. डीएम ने सभी विभागों को योजना के लिए समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए. डीएम ने जानकारी दी कि फर्स्ट फेज में कंसल्टेंसी फर्म को क्षेत्र से जुड़े दस्तावेज और नक्शे उपलब्ध कराए जाएंगे. डीएम ने बताया कि हरकी पैड़ी कॉरिडोर में कनखल स्थित सतीकुंड का सौंदर्यकरण भी प्रस्तावित है.
ज्यादा जानकारी देते हुए हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कॉरिडोर में हरिद्वार के प्राचीन स्थल को भी जोड़ा गया है. शक्ति कुंड को भी एक अलौकिक स्थान बनाने का कार्य कॉरिडोर के माध्यम से ही किया जाएगा. हरिद्वार में 52 शक्तिपीठों का केंद्र कहे जाने वाले सतीकुंड का सौंदर्यीकरण भी होगा. इसी के साथ सतीकुंड पर 52 शक्तिपीठों की भी झलक देखने को मिलेगी. इससे धर्म नगरी हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं को 52 शक्तिपीठों का इतिहास और उनसे जुड़ा इतिहास भी पता चल सकेगा.
मेला नियंत्रण भवन में दिया गया कंपनी को ऑफिस: जानकारी देते हुए हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कंपनी को कार्य करने के लिए मेला नियंत्रण भवन में ही ऑफिस दे दिया गया है. वह सभी स्थलों का सर्वे कर रही है और डीपीआर तैयार कर रही है. इसके बाद जल्द ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
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