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दिवाली 2024: सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट, प्रदूषण के चलते जींद में पटाखों पर बैन

Diwali 2024: आज दिवाली है. दिवाली पर्व को लेकर जगह-जगह प्रशासन की ओर से सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं.

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दिवाली पर प्रशासन अलर्ट (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 8 hours ago

जींद: पूरे देशभर में दिवाली की धूम है. इस बीच जींद जिले में बुधवार को धूमधाम से छोटी दीपावली मनाई गई. सुबह से ही बाजारों में खरीदारों की भीड़ लगी रही. दिन चढ़ने के साथ ही बाजार में लोगों की भीड़ भी बढ़ती रही. शायद ही कोई दुकान ऐसा हो जहां ग्राहक न हो. लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी पूरी सख्ती बरती थी. जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गए थे.

बाजारों में उमड़ी भीड़: इस बीच जींद में दुकानदारों ने अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए कई तरह की स्कीमें निकाली थी. इस कारण बाजार में आए लोगों ने भी इन स्कीमों का जमकर लाभ उठाया. ऑफर के कारण भी बाजारों में ग्राहकों की भीड़ थी. लोग जमकर सेल वाले दुकान में खरीदारी करते नजर आए. बाजार में वाहन न प्रवेश कर पाएं, इसके लिए जगह-जगह नाके भी लगाए गए थे.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: दिवाली पर्व को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे. साथ ही आपातकालीन सेवाओं के अलावा दमकल विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर थी. पुलिस कर्मचारी बाजार, शहर के सभी चौराहों पर सुबह से ही तैनात रहे. किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बाजार और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस गश्त को भी बढा दिया गया था. जींद में दिवाली के पहले मेन बाजार, पालिका बाजार, जनता बाजार, तांगा चौक, झांझ गेट के आसपास क्षेत्र में काफी भीड़ देखने को मिली. भीड़ के कारण कई लोगों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा.

जगह-जगह की गई बैरिकेडिंग: बाजार में लोगों की भीड़ और आवाजाही को रोकने के लिए शहर में जगह-जगह नाकाबंदी की गई थी. बाजार के अंदर कोई वाहन प्रवेश न कर सके, इसके लिए शहर थाना के सामने ही रस्सी लगा कर नाकाबंदी की गई थी, ताकि शहर में कानून व्यवस्था के साथ-साथ जाम की स्थिति से न निपटा जा सके. बाजार के सभी मुख्य रास्तों पर जैसे रानी तालाब, फव्वारा चौक, शिव चौक की तरफ से बैरिकेडिंग की गई थी. इसके अलावा झांझ गेट की तरफ, टाउन हॉल की तरफ और रानी तालाब के पास भी बैरिकेडिंग की गई थी. वहीं, उचाना, जुलाना, सफीदों, नरवाना के बाजारों में भी पुलिस तैनात किए गए हैं. ताकि त्यौहार की खुशी में खलल न पड़े.

डीसी ने की खास अपील: जिले के उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने दिवाली को लेकर लोगों से खास अपील की. उन्होंने कहा, "पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. लोगों को पटाखे चलाने से परहेज करना चाहिए. बहुत से लोग दमा, हर्ट, सांस, आंखों आदि की बीमारी से ग्रस्त हैं. धुएं और शोर से यह बीमारी और भी बढ़ जाती है, इसलिए नागरिकों को चाहिए कि वह ऐसे लोगों को अपने परिवार के सदस्य मान कर पटाखे चलाने से परहेज करें. केवल दीए जलाएं. दीपावली दीपों का त्यौहार है. इसे परंपरागत तरीके से मनाएं."

दीपावली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त: दिवाली 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा.विद्वानों और ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अधिकतर जगहों पर दिवाली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी. 31 अक्टूबर को अमावस्या तिथि दोपहर बाद शुरू होगी. यह एक नवंबर की शाम तक ही रहेगी. सूर्यास्त के बाद यानी प्रदोष काल में धन की देवी माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देवता की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की रात को मां लक्ष्मी पृथ्वी लोक में भ्रमण के लिए आती हैं. जिन घरों में साफ-सफाई, पूजा-पाठ और मंत्रोच्चार होता है, वहां पर मां निवास करने लगती हैं. इसलिए दिवाली की शाम महालक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है.गुरुवार को लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 25 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 20 मिनट के बीच रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन विशेष फलदायी होगा.

ये भी पढ़ें:कार्तिक मास की चतुर्दशी आज, शिव पूजा के लिए अच्छी है तिथि

ये भी पढ़ें:दिवाली आज, इस विधि से करें मां लक्ष्मी की पूजा, जानें कब है शुभ मुहूर्त

जींद: पूरे देशभर में दिवाली की धूम है. इस बीच जींद जिले में बुधवार को धूमधाम से छोटी दीपावली मनाई गई. सुबह से ही बाजारों में खरीदारों की भीड़ लगी रही. दिन चढ़ने के साथ ही बाजार में लोगों की भीड़ भी बढ़ती रही. शायद ही कोई दुकान ऐसा हो जहां ग्राहक न हो. लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी पूरी सख्ती बरती थी. जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गए थे.

बाजारों में उमड़ी भीड़: इस बीच जींद में दुकानदारों ने अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए कई तरह की स्कीमें निकाली थी. इस कारण बाजार में आए लोगों ने भी इन स्कीमों का जमकर लाभ उठाया. ऑफर के कारण भी बाजारों में ग्राहकों की भीड़ थी. लोग जमकर सेल वाले दुकान में खरीदारी करते नजर आए. बाजार में वाहन न प्रवेश कर पाएं, इसके लिए जगह-जगह नाके भी लगाए गए थे.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: दिवाली पर्व को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे. साथ ही आपातकालीन सेवाओं के अलावा दमकल विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर थी. पुलिस कर्मचारी बाजार, शहर के सभी चौराहों पर सुबह से ही तैनात रहे. किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बाजार और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस गश्त को भी बढा दिया गया था. जींद में दिवाली के पहले मेन बाजार, पालिका बाजार, जनता बाजार, तांगा चौक, झांझ गेट के आसपास क्षेत्र में काफी भीड़ देखने को मिली. भीड़ के कारण कई लोगों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा.

जगह-जगह की गई बैरिकेडिंग: बाजार में लोगों की भीड़ और आवाजाही को रोकने के लिए शहर में जगह-जगह नाकाबंदी की गई थी. बाजार के अंदर कोई वाहन प्रवेश न कर सके, इसके लिए शहर थाना के सामने ही रस्सी लगा कर नाकाबंदी की गई थी, ताकि शहर में कानून व्यवस्था के साथ-साथ जाम की स्थिति से न निपटा जा सके. बाजार के सभी मुख्य रास्तों पर जैसे रानी तालाब, फव्वारा चौक, शिव चौक की तरफ से बैरिकेडिंग की गई थी. इसके अलावा झांझ गेट की तरफ, टाउन हॉल की तरफ और रानी तालाब के पास भी बैरिकेडिंग की गई थी. वहीं, उचाना, जुलाना, सफीदों, नरवाना के बाजारों में भी पुलिस तैनात किए गए हैं. ताकि त्यौहार की खुशी में खलल न पड़े.

डीसी ने की खास अपील: जिले के उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने दिवाली को लेकर लोगों से खास अपील की. उन्होंने कहा, "पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. लोगों को पटाखे चलाने से परहेज करना चाहिए. बहुत से लोग दमा, हर्ट, सांस, आंखों आदि की बीमारी से ग्रस्त हैं. धुएं और शोर से यह बीमारी और भी बढ़ जाती है, इसलिए नागरिकों को चाहिए कि वह ऐसे लोगों को अपने परिवार के सदस्य मान कर पटाखे चलाने से परहेज करें. केवल दीए जलाएं. दीपावली दीपों का त्यौहार है. इसे परंपरागत तरीके से मनाएं."

दीपावली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त: दिवाली 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा.विद्वानों और ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अधिकतर जगहों पर दिवाली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी. 31 अक्टूबर को अमावस्या तिथि दोपहर बाद शुरू होगी. यह एक नवंबर की शाम तक ही रहेगी. सूर्यास्त के बाद यानी प्रदोष काल में धन की देवी माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देवता की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की रात को मां लक्ष्मी पृथ्वी लोक में भ्रमण के लिए आती हैं. जिन घरों में साफ-सफाई, पूजा-पाठ और मंत्रोच्चार होता है, वहां पर मां निवास करने लगती हैं. इसलिए दिवाली की शाम महालक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है.गुरुवार को लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 25 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 20 मिनट के बीच रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन विशेष फलदायी होगा.

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