हल्द्वानी: उत्तराखंड में भारी बारिश ने जमकर कहर बरपाया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है. इसी बीच कुमाऊं मंडल में पिछले चार दिनों में हुई भारी बरसात से सबसे अधिक नुकसान नैनीताल जनपद को उठाना पड़ा है. आलम ये है कि जिले में हुई भारी बरसात और जलभराव से साढ़े चार करोड़ का नुकसान हुआ है. साथ ही 30 से अधिक सड़कें बंद हैं, जिनको लगातार खोलने का काम किया जा रहा है.
जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह ने बताया कि नैनीताल जिले में फिलहाल बारिश रुकी हुई है और हालात सामान्य हैं. बारिश से जहां-जहां पर नुकसान हुआ है, वहां पर नुकसान का आकलन किया जा रहा है. साथ ही जो सड़कें बंद हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर खोलने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे जिले में जलभराव की वजह से 115 परिवार प्रभावित हुए हैं, जिनको शिफ्ट किया गया है. साथ ही नुकसान का आकलन कर प्रभावित परिवारों को मुआवजा भी दिया जा रहा है.
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि सभी विभागों को अपने नुकसान का आकलन कर प्रतिदिन जिला कार्यालय में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. इसके अलावा प्रमुख एनएच और स्टेट हाइवे में जिन स्थानों पर संवेदनशील स्थिति बनी है, वहां पर 24 घंटे जेसीबी तैनात की गई है और लगातार सड़कों को खुलवाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों से पशु हानि के मामले सामने आए हैं, जबकि कुछ मकानों को भी आंशिक क्षति पहुंची है, जिनका सर्वे किया जा रहा है. इसके अलावा कुछ लोगों से फसल और खेत काटने की भी शिकायतें आई हैं, जहां राजस्व विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रथम चरण में नुकसान का आकलन 4.50 करोड़ के आसपास है. लेकिन सर्वे के बाद और अधिक हो सकता है.
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