अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र में 19 कोर्स की शिक्षा दी जा रही है. कोर्सेज में प्रवेश लेने का तरीका काफी सरल है और प्रवेश शुल्क भी कम है. शिक्षा केंद्र से वर्तमान में लगभग 8644 छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं.
एएमयू के छात्रों ने बताया कि हमें बहुत फायदा हो रहा है. यहां की खास बात यह है कि यहां पर छात्रों को किताबें भी दी जाती हैं और कोर्स का प्रवेश शुल्क भी बहुत कम है और इस केंद्र से छात्राओं को सिर्फ शिक्षा ही नहीं मिल रही, रोजगार भी मिल रहा है. यह केंद्र छात्र-छात्राओं को रोजगार दिलाने में भी मदद कर रहा है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रो. नफीस अहमद ने बताया कि 2017 से सरकार दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा पर काफी जोर दे रही है और सहायता भी कर रही है. सरकार चाहती है कि वह छात्र-छात्राएं भी शिक्षा प्राप्त कर सकें, जिनके पास शिक्षा प्राप्त करने के लिए राशि कम है या फिर उनके पास पर्याप्त समय नहीं है. दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र के माध्यम से हिंदुस्तान में किसी भी कोने से छात्र प्रवेश करके शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं.
दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र एएमयू : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 1987 से दूरस्थ शिक्षा केंद्र चलाया जा रहा है, जिसमें कुल 19 कोर्स हैं, जिसमें 8644 छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. केंद्र में चलाए जा रहे कोर्सेज में प्रवेश लेने का तरीका सरल है, जिसका विवरण केंद्र की वेबसाइट www.cdoeamu.ac.in पर है. केंद्र का पता एएमयू सुलेमान हाल के सामने शमशाद मार्केट अनूपशहर रोड अलीगढ़ है. केंद्र में साल में दो बार कोर्स में प्रवेश होते हैं. एक जनवरी में, दूसरा जून और जुलाई के बाद. केंद्र में 11वीं व 12वीं ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ कुछ डिप्लोमा कोर्सेज भी चलाए जाते हैं.
भारत में मुक्त और दूरस्थ शिक्षा : भारत में मुक्त और दूरस्थ शिक्षा की शुरुआत दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा 1962 में पत्राचार पाठ्यक्रम और सतत् शिक्षा विद्यालय के माध्यम से की गई थी, ताकि उन लोगों को सक्षम बनाया जा सके, जिनमें आगे ज्ञान प्राप्त करने और अपनी व्यावसायिक क्षमता में सुधार करने की इच्छा और योग्यता थी. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 1987 से दूरस्थ शिक्षा दी जा रही है.
दूरस्थ शिक्षा क्या है? : दूरस्थ शिक्षा से तात्पर्य उस स्थिति से है, जहां छात्र कक्षा में शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं होते हैं वे अपने शिक्षक और अन्य सहपाठियों से अलग रहते हैं और जब भी उनका समय अनुकूल होता है, वे (अधिकांशतः) घर से ही अध्ययन करते हैं. पारंपरिक व्यक्तिगत शिक्षा और हाइब्रिड पाठ्यक्रमों के विपरीत, दूरस्थ शिक्षा ऑनलाइन छात्रों को उन पाठों का अनुसरण करने की अनुमति देती है जो या तो प्रसारित होते हैं, ईमेल जैसे पत्राचार द्वारा संचालित होते हैं या ऑनलाइन पाठ्यक्रम मंच के माध्यम से उपलब्ध होते हैं.