बाराबंकी: रामनगर धमेडी स्टेट के राजा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दामाद राजकुमार रत्नाकर सिंह का रविवार रात आकस्मिक निधन हो गया. राजा रत्नाकर सिंह की आकस्मिक मौत पर पूरे क्षेत्र में शोक व्याप्त हो गया. राजा रत्नाकर सिंह 61 वर्ष के थे और करीब एक साल से कैंसर से पीड़ित थे. दामाद के मौत की खबर मिलते ही मध्यप्रदेश के राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे दिग्विजय सिंह प्रचार अभियान छोड़कर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रामनगर पहुंचे.
बता दें कि ट्वीट दिग्विजय सिंह ने X पोस्ट पर लिखा है कि 'कल रात मेरे बड़े दामाद राजा रत्नाकर सिंह रामनगर का दुखद देहांत हो गया. 61 वर्ष के रत्नाकर लगभग एक साल से कैंसर से पीड़ित थे. उनके अंतिम संस्कार के लिए मैं लखनऊ में हूं. इस दुख की घड़ी में चुनाव प्रचार को विराम देकर मैं मेरी बेटी मृणालिनी और परिवारवालों के साथ हूं. ईश्वर रत्नाकर को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें! ओम शांति!'
धमेडी राज्य के 14 वें राजा थे रत्नाकर सिंहः बता दें कि कुतुबुद्दीन ऐबक के जमाने मे स्थापित हुए धमेडी राज्य के 14 वें राजा रत्नाकर सिंह थे. रामनगर के धमेडी स्टेट के राजा रत्नाकर सिंह के पिता का नाम राजा विजय सिंह था. उनके बाबा राजा अमरकृष्ण नारायण सिंह था. राजा रत्नाकर सिंह दो भाई थे. इनके छोटे भाई राजेन्द्र सिंह हैं.
2007 में लड़ा था विधानसभा चुनावः राजा रत्नाकर सिंह की शादी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह की बेटी मृणालिनी के साथ हुई थी. राजा रत्नाकर सिंह के चार बेटियां हैं. बड़ी बेटी की शादी करौली स्टेट के राजा से हुई है. राजा रत्नाकर सिंह रामनगर विधानसभा सीट से वर्ष 2007 में कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके हैं. इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस के सचिव भी रह चुके हैं. काफी अर्से तक नगर पंचायत रामनगर के अध्यक्ष पद पर इनके परिवार के लोग चुने जाते रहे हैं. इनके पिता राजा विजय सिंह और दादी चंद्रप्रभा सिंह कई बार रामनगर नगर पंचायत के अध्यक्ष रह चुके हैं.
500 बीघे बाग और खेत, लखनऊ में भी है कोठीः राजा रत्नाकर सिंह की एक कोठी लखनऊ में भी है. रामनगर ,रानीगंज ,रमवापुर और आसपास के क्षेत्रों में इनकी 500 बीघा से ज्यादा की बागें और जमीनें हैं. रामनगर स्थित पीजी कालेज के वे आजीवन सदस्य रहे. यही वजह थी कि वे आमजनता में खासे मकबूल थे.