धर्मशाला: ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले शातिरों ने अब ठगी का नया तरीका खोज लिया है. इस ठगी का शिकार एक नहीं दो-दो लोग इस बार हुए. शातिरों ने धर्मशाला के ढाबा संचालक को एक सौ लोगों का खाना बनाने का आर्डर देकर पैसे ऐंठ लिए. इसके अलावा जिला मुख्यालय धर्मशाला की महिला कर्मचारी को ऑनलाइन ट्रेडिगं के नाम पर मात्र छह दिनों में ही साढ़े चार लाख से अधिक की राशि की ठगी कर ली. अब दोनों ने अपनी शिकायत साइबर थाने में की हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
महिला ऐसे हुई ऑनलाइन ठगी का शिकार
महिला ने एक हजार के बदले 1300 रुपये मिलने के बाद दो अप्रैल के बाद लगभग 16 ट्रांजेक्शन के माध्यम से शातिरों के अंकाउट में चार लाख 60 हजार रुपये जमा करवा दिए. जबकि ऑनलाइन ट्रेडिगं के शातिर मात्र उन्हें डैशबोर्ड में ही पैसे दिखाते रहे. महिला कर्मचारी को ठगी का एहसास होने पर नॉर्थ जोन साइबर थाना धर्मशाला में शिकायत दर्ज करवाई है.
सेना का अधिकारी बन ढाबा संचालक से की ठगी
वहीं जिला मुख्यालय धर्मशाला स्थित सिविल लाइन में चल रहे ढाबे में शातिरों ने सेना के अधिकारी बताकर ठगी की है. जिसमें उन्होंने ढाबा संचालक को सैनिक रेस्ट हाऊस धर्मशाला में एक सौ लोगों का खाना बनाने का आर्डर दिया. इसके साथ ही उन्होंने ढाबा संचालक को कुल अमाउंट से 24 हजार अधिक अंकाउट में पैसे डालने का मैसेज भी भेज दिया. संचालक को लगा ऑर्डर देने वाले ने उसके अकाउंट में 24 हजार रुपये अधिक डाल दिए है. ढाबा संचालक ने बिना अकाउंट चेक किए पांच-पांच हजार करके 20 हज़ार के करीब राशि जमा करवा दी.
इतनें में अपना अंकाउट चैक करने पर पाया कि उसमें पैसे आए ही नहीं है. इसी दौरान ढाबा संचालक व उनके कर्मी एक सौ लोगों का खाना तैयार करके सैनिक रेस्ट हाऊस भी पहुंच गए. जंहा पर उन्हें पता चला कि वहां पर कोई भी कार्यक्रम नहीं चल रहा है. यहां से कोई ऑर्डर भी उन्हें जारी नहीं किया गया है. इस पर ठगी का एहसास होने पर ढाबा संचालक नॉर्थ जोन साइबर थाना धर्मशाला में पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई है.
"ऑनलाइन ट्रेडिगं व ढ़ाबा संचालक के साथ भी ठगी का मामला सामने आया है. उक्त मामलों के हर पहलू की छानबीन की जा रही है, जबकि शातीरों के अंकाउट फ्रीज करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं. ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले शातिरों से लोगों को सजग रहने की जरूरत है."
एएसपी प्रवीण धीमान, साइबर थाना धर्मशाला