जयपुर : छोटी काशी के मंदिरों में भी रक्षाबंधन पर्व की धूम रही. भगवान को भाई और रक्षक मानते हुए महिलाओं ने ठाकुर जी को रक्षा सूत्र अर्पित किया. जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में शृंगार झांकी के दौरान ठाकुर जी और राधा रानी को सुनहरी कलाबूत की राखी धारण कराई गई. इसी तरह मोती डूंगरी गणेश मंदिर में प्रथम पूज्य को चांदी की राखी धारण कराई गई. इस दौरान भक्तों ने भगवान से सुख समृद्धि की कामना भी की.
आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में भक्त श्रद्धा भाव के साथ ठाकुर जी को रक्षा सूत्र अर्पित करने पहुंचे. यहां विग्रह तक जाने की अनुमति नहीं होने के चलते श्रद्धालुओं ने जगमोहन की रेलिंग पर ही रक्षा सूत्र बांधे. सुबह मंगला झांकी के साथ ये दौर शुरू हुआ, जो शाम तक जारी रहा. इस दौरान मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में ठाकुर जी को सुनहरी पारचे की पोशाक धारण करवा कर छप्पन भोग की झांकी सजाई गई. इस दौरान ठाकुर जी के साथ-साथ राधा रानी, सखियों और गौरांग महाप्रभु को भी राखी धारण कराई गई. ठाकुर जी को विशेष रूप से तैयार की गई सुनहरी कलाबूत की राखी भी धारण कराई गई.
गणेश जी को चांदी की राखी : इस दौरान श्रद्धालुओं ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व के चलते आराध्य को राखी बांधने आए हैं, क्योंकि जब भी वो मुसीबत में होते हैं तब भगवान ही उनकी रक्षा करते हैं. भगवान ही उनके लिए सब कुछ हैं. भगवान भाई, माता-पिता और रक्षक के रूप में हर जगह विद्यमान हैं. वहीं, उन्होंने बताया कि जिस तरह से भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत काल में द्रोपदी की रक्षा की, उसी तरह वो हमारी रक्षा करते हैं. उधर, रक्षाबंधन के त्यौहार पर मोती डूंगरी मंदिर में भगवान गणेश जी महाराज को चांदी की राखी धारण कराई गई. गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में भगवान को नई पोशाक और चांदी की राखी धारण कराते हुए विशेष पूजा की गई. इस दौरान रिद्धि सिद्धि को भी राखी धारण कराई गई.