जयपुर. राजधानी के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में रविवार को भक्तों ने भगवान के साथ होली का त्योहार मनाया. राजभोग की झांकी में श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिला, जो ठाकुर जी के साथ होली खेलने पहुंचे थे. वहीं, ठाकुर जी ने भी अपनी चांदी की पिचकारी से भक्तों पर रंग बरसाए. इससे पहले ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक किया गया और मखाने के साथ बताशे का भोग लगाया गया. साथ ही राधा रानी और ठाकुर जी के हाथ में सोने चांदी की पिचकारी के साथ भव्य झांकी सजाई गई.
चांदी की पिचकारी से ठाकुर जी ने बरसाए रंग : होली के अवसर पर आराध्य गोविंद देव जी में मंदिर में हजारों की संख्या में भक्त भगवान के साक्षात विग्रह का दर्शन करने पहुंचे. यहां भक्तों ने भगवान को गुलाल अर्पित की. साथ ही महिला-पुरुष, बच्चे-बुजुर्ग सभी ने जमकर रंग उड़ाए. राजभोग की झांकी में ठाकुर जी को पांच तरह की गुलाल अर्पित की गई. वहीं, भगवान के प्रसाद स्वरुप पिचकारी में इत्र और गुलाब जल के साथ केसर के रंगों की भक्तों पर बौछार की गई. इस दौरान न सिर्फ शहरवासी, बल्कि प्रदेश भर से श्रद्धालु व पर्यटक भगवान के साथ रंगोत्सव मनाने के लिए जुटे. मंदिर प्रांगण राधा रानी और ठाकुर जी के जयकारों से गुंजायमान हो उठा. इस बीच भक्त राधे-राधे की धुन पर झूमते नजर आए.
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श्रद्धालुओं ने रंग गुलाल के कोल्ड फायर, स्मोक फायर और ब्लास्ट चलाकर माहौल को सतरंगी बनाया दिया तो एक-दूसरे को भी गुलाल लगाकर होली का जश्न मनाया. हालांकि, श्रद्धालुओं को पानी की होली खेलने की मनाही थी. बता दें कि इससे पहले गोविंद देव जी मंदिर में बीते एक सप्ताह में पुष्प फागोत्सव और होलिकोत्सव के साथ सांस्कृतिक आयोजन के रूप में होली पद भजनामृत अनुष्ठान हुआ, जिसमें राजस्थान के अलावा पश्चिम बंगाल और यूपी के कलाकारों ने फाल्गुनी माहौल को परवान चढ़ाया. यही नहीं यहां ढप-चंग की थाप पर लोग जमकर थिरके और बरसाने की लट्ठमार होली भी साकार हुई.