धमतरी: चैत्र नवरात्रि के मौके पर पूरे देश में माता के मंदिरों में खास सजावट की गई है. माता के हर मंदिर में ज्योति कलश भी हर मंदिर में जलवाई जा रही है. इस बीच धमतरी के प्रसिद्ध विंध्यवासिनी मंदिर में खास तैयारियां की गई है.ये मंदिर 600 साल से भी अधिक पुराना है. इस मंदिर में लोगों की इतनी आस्था है कि यहां हर साल नवरात्रि के मौके पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. साथ ही हजारों की संख्या में मनोकामना ज्योति कलश भी प्रज्जवलित किए जाते हैं. इस बार भी विंध्यवासिनी मंदिर में 1441 ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए हैं.
माता के प्रति श्रद्धा होने के कारण ही लोग ज्योत कलश जलाते हैं. हर बार यहां नेताओं के नाम का ज्योति कलश जलाया जाता है. इस बार भी पीएम मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के नाम का ज्योति कलश जलाया गया है. बीजेपी के समर्थकों ने मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित किए हैं. निश्चित ही लोगों की मनोकामना पूरी होती है, इसलिए लोग ज्योत कलश जलाते हैं. यहां मां के प्रति भक्तों की बड़ी श्रद्धा है. -आनंद पवार,अध्यक्ष, विंध्यवासिनी मंदिर ट्रस्ट
1441 मनोकामना ज्योति कलश जलाए गए: खास बात यह है कि इस बार मां विंध्यवासिनी के दरबार में पीएम मोदी, अमित शाह योगी आदित्यनाथ के नाम से ज्योत कलश प्रज्जवलित किए गए हैं. इतना ही नहीं यहां विदेशों के भी भक्तों के ज्योति कलश जलाए गए हैं. चैत्र नवरात्र के मौके पर यहां भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. धमतरी की आराध्य देवी स्वयंभू माता विंध्यवासिनी के दर्शन और मनोकामना को लेकर भक्त दूर-दूर से पहुंच रहे है. इस मंदिर को कई लोग बिलाई माता मंदिर भी कहते हैं. यहां ज्योत जलाने वालों की लिस्ट में पीएम का भी नाम है. इस बार मंदिर में इस बार 1441 ज्योत कलश प्रज्जवलित किए गए हैं.
इस बार 1441 ज्योति कलश जलाए गए हैं. पूरे भारत के लोग मनोकामना ज्योति कलश जला रहे हैं. मोदी जी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के नाम से ज्योति कलश जलाए गए हैं. इनके अलावा विदेशी भक्तों के नाम से भी ज्योति कलश मां के मंदिर में प्रज्जवलित किए गए हैं.-एनआर साहू, मंदिर व्यवस्थापक
विंध्यवासिनी मंदिर की महिमा जानिए: स्थानीय लोगों की मानें तो श्रृंगी ऋषियों की तपोभूमि रही धमतरी में कई देवी-देवताओं का वास है. महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के पानी ने धमतरी की मिट्टी को सींचा हैं. धमतरी में विराजमान मां विंध्यवासिनी का प्रसिद्ध मंदिर इसलिए भी बेहद खास है. स्थानीय लोग इसे मां बिलई माता के नाम से जानते है. मंदिर के प्रवेश द्वार से अंदर प्रवेश करने पर एक बड़ा सा अग्निकुंड नजर आता, यहां देवी के दर्शन से पहले दीप प्रज्जवलित करने की परंपरा है. हवन कुंड के पास थाली में दो चरण पादुकाएं रखी है. सबसे पहले मां की इन पादुकाओं की पूजा की जाती है.
मां विंध्यवासिनी के प्रति लोगों की आस्था है. यह मंदिर लोगों की आस्था का केन्द्र है. यहां इस बार पीएम मोदी, योगी आदित्यनाथ और अमित शाह के नाम का ज्योति कलश जलाया गया है. हम लोगों के घर-घर जाकर वोट की अपील कर रहे हैं.- धनीराम सोनकर, भाजपा नेता
ज्योति कलश से पूरी होती है मनोकामना: मां विंध्यवासिनी मंदिर में नवरात्रि का खास महत्व है. नवरात्रि के दौरान दूर-दराज से श्रद्धालु देवी मां के दर्शन के लिए आते हैं. साथ ही नौ दिनों तक ज्योति प्रज्जवलित करते हैं. खास बात तो यह है कि मां विंध्यवासिनी मंदिर में सिर्फ घी के ज्योति जलाए जाते हैं. मान्यता है कि मंदिर में मांगी गई हर मुराद पूरी जरूर होती है. इसी वजह से पीएम के किसी शुभचिंतक ने मंदिर में देश की खुशहाली के लिए यह ज्योत जलवाई. इतना ही नहीं यहां पर देश के गृहमंत्री अमित शाह और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम से भी ज्योत जलवाई गई है.