कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के लिए जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों से देवी-देवताओं का आना लगातार जारी है. शनिवार देर शाम तक ढालपुर में 200 के करीब देवी-देवता यहां पहुंचे.
रविवार सुबह तक बाकी अन्य देवी-देवता भी अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में शिरकत करेंगे और भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा में शामिल होंगे. जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार, आनी, मनाली, खराहल, लग घाटी से देवी-देवता ढोल नगाड़ों की थाप पर अपने हरियानो के साथ यहां पहुंच रहे हैं.
ढालपुर में लोगों द्वारा देवी-देवताओं का दर्शन किया जा रहा है. इसके अलावा देवी-देवता भगवान रघुनाथ के दर्शनों के लिए जा रहे हैं ताकि रथ यात्रा के दिन भीड़ कम हो सके. ऐसे में यहां पर देवी-देवताओं के शिविर भी सज गए हैं.
रविवार को ढोल-नगाड़ों की थाप पर हजारों लोगों के बीच भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. भगवान रघुनाथ के कारदार दानवेंद्र सिंह ने बताया "देवी देवताओं के कारदारों से पहले भी आग्रह किया गया था कि वे शनिवार को अगर ढालपुर पहुंचें तो भगवान रघुनाथ से मिलने के लिए आ सकते हैं."
रविवार को रथ यात्रा समय पर हो सके और भीड़ को नियंत्रित किया जा सके इसलिए शनिवार को देवी-देवता रघुनाथपुर पहुंचे. बता दें कि 13 से 19 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने सभी प्रबंध कर दिए हैं. अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे को आकर्षक बनाने के लिए कबड्डी, वॉलीबॉल और अन्य खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी.
बता दें कि कुल्लू दशहरा देवी हिडिंबा के आगमन से शुरू होता है. पहले दिन देवी हिडिंबा का रथ कुल्लू के राजमहल में प्रवेश करता है और यहां माता की पूजा के बाद रघुनाथ भगवान को भी ढालपुर में लाया जाता है.
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