रायपुर: आज के दिन शालिग्राम का विवाह तुलसी के साथ कराया जाता है. गन्ने का मंडप बनाकर आज के दिन पूजा पाठ की जाती है. देवउठनी एकादशी पर्व को लेकर राजधानी का बाजार भी पूरी तरह से सज गया है, लेकिन इस बाजार से रौनक गायब है.
तुलसी विवाह की पूजन सामग्री का बाजार: तुलसी विवाह में लगने वाली पूजन सामग्री के लिए दुकान पूरी तरह सजकर तैयार हैं. पूजा सामग्री की दुकान लगाने वाली दतेमिन तारा नाम की महिला ने बताया कि "बाजार में गन्ना, सिंघाड़ा, कांदा, बेर, फल, फूल चुनरी सहित अन्य पूजन सामग्री की दुकान लगाई गई है, लेकिन लोगों की भीड़ अभी नहीं दिख रही है. शाम तक इन दुकानों में रौनक देखने को मिलेगी.''
सबसे ज्यादा गन्ना बिकता है, जिससे तुलसी विवाह के लिए मंडप बनाया जाता है. नारियल सिंघाड़ा, कांदा और दूसरी पूजा सामग्री भी लोग खरीदते हैं-हरे राम साव, दुकानदार
महंगाई का असर: फिलहाल ग्राहकों के इंतजार में दुकानदार बैठे हुए हैं कि कब ग्राहक पहुचेंगे और उनके सामानों की बिक्री होगी. दुकानदार कहते हैं, महंगाई का असर भी पूजन सामग्री के इस बाजार पर देखने को मिल रहा है. जिसकी वजह से भी ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं. हर साल पूजा सामग्री का रेट बढ़ता जा रहा है.
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि बहुत ही महत्वपूर्ण है. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को प्रबोधिनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है. आज के दिन भगवान विष्णु चार माह के लंबे समय के बाद योग निद्रा से जागते हैं. इसके साथ ही चातुर्मास का समापन भी हो जाता है. भगवान श्री हरि विष्णु सृष्टि के संचालन का दायित्व फिर से संभाल लेते हैं. आज के दिन से विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे सभी मांगलिक कार्य की शुरुआत हो जाती है.