जयपुर. एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील में सांभर फेस्टिवल का उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने शुभारंभ किया. उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियों से आह्वान किया कि इसे बढ़ाकर कच्छ के रन में होने वाले आयोजनों की तर्ज पर विकसित किया जाए. उन्होंने कहा कि सांभर लेक क्षेत्र में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं, जिन्हें विकसित कर पर्यटन और रोजगार के अवसरों को बढ़ाया जा सकता है. सांभर फेस्टिवल तीन दिन चलेगा.
रामसर साइट है सांभर झील : दीया कुमारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सांभर झील की सभी संभावनाओं पर तत्काल काम शुरू किया जाए और सांभर उत्सव को कच्छ के रन फेस्टिवल की तर्ज पर विकसित करें. उन्होंने कहा कि सांभर लेक बहुत बड़े एरिया को कवर करता है और यह रामसर साइट है, जहां लाखों की संख्या में फ्लेमिंगो और अन्य विदेशी पक्षी प्रवास के लिए आते हैं.
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प्रमुख पर्यटक स्थल बनने की संभावना : दीया कुमारी ने कहा कि यदि यहां की संभावनाओं पर काम कर सुविधाएं विकसित की जाए तो बड़े पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है. इस दौरान उन्होंने पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित प्रदर्शनी, फैंसी काइट फ्लाइंग जैसी गतिविधियों का निरीक्षण किया और हेरिटेज ट्रेन में बैठकर झील का अवलोकन कर देशी-विदेशी पक्षियों को निहारा. दीया कुमारी ने नलियासर मोड़ के पास बर्ड वॉचिंग भी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि फ्लेमिंगो सहित अन्य कई प्रजातिओं के लाखों पक्षी हर वर्ष यहां आते हैं, इनके नेचुरल हैबिटेट को संरक्षित किया जाए.
26 से 28 जनवरी तक चलेगा सांभर उत्सव : पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित सांभर उत्सव 26-28 जनवरी तक चलेगा. यहां पर्यटकों के लिए ट्रेन से बर्ड वॉचिंग, साल्ट लेक विजिट एवं नमक बनाने की प्रक्रिया को देखने की सुविधा उपलब्ध है. उत्सव के दौरान सांभर टाउन हैरिटेज वॉक, साइक्लिंग टूर, फैंसी काइट फ्लाइंग, फोटोग्राफी प्रतियोगिता, दीपोत्सव, सांस्कृतिक संध्या समेत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इस दौरान पूर्व विधायक निर्मल कुमावत, स्थानीय और पर्यटक विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.