नई दिल्लीः बरसात का मौसम खत्म होने के बाद भी राजधानी दिल्ली में डेंगू का डंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही 400 से ज्यादा डेंगू के मामलों की पुष्टि हुई है. वहीं, इस साल अभी तक डेंगू के कुल 2100 मामले आ चुके हैं. जबकि दिल्ली नगर निगम की ओर से डेंगू से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.
वहीं, 12 और मौतों के डेंगू से होने को लेकर डेथ रिव्यू कमेटी के पास प्रस्ताव लंबित है. इनमें से फिलहाल चार मौत के मामलों पर कमेटी रिव्यू कर रही है. इस पर कमेटी को निर्णय लेना है. दो से चार दिन में कमेटी इस पर निर्णय ले सकती है. इस बात की प्रबल संभावना है कि कमेटी द्वारा रिव्यू में कुछ और लोगों के डेंगू से मरने की पुष्टि होगी.
इन इलाकों में डेंगू का दहशत: एमसीडी अधिकारियों के अनुसार, जुलाई के बाद डेंगू के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं. सबसे ज्यादा डेंगू के मामले उनका इलाकों में सामने आ रहे हैं, जहां पर अनधिकृत कालोनियों की संख्या सबसे अधिक है. अगर जोनवार डेंगू के मामलों की बात करें तो नजफगढ़, साउथ, वेस्ट, शाहदरा नॉर्थ जोन डेंगू के मामलों में शीर्ष पर हैं. इसके अलावा एनडीएमसी और कैंट इलाके में भी डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं.
अक्टूबर के पहले सप्ताह में 485 मामले आए: एमसीडी के अनुसार, अक्टूबर के पहले सप्ताह में 485 मामले आ चुके हैं. वहीं, अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के मामलों की रिपोर्ट अभी तैयार हो रही है. सोमवार को दूसरे हफ्ते आए हुए मामलों की रिपोर्ट तैयार हो सकती है. संभवतः इसे एमसीडी द्वारा जारी भी किया जा सकता है.
डेंगू के सामान्य लक्षण: डेंगू बुखार आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के लगभग 3 से 10 दिनों के बाद प्रकट होता है. लक्षण 2-7 दिनों के बीच रह सकते हैं और इसमें शामिल हो सकते हैं:
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- गंभीर सिरदर्द
- तेज बुखार: तापमान 40°C (104°F) तक पहुंच सकता है.
- आंखों में पीछे दर्द
- चकत्ते
- मतली और उल्टी
- सूजी हुई ग्रंथियाँ
डेंगू से बचाव के लिए क्या करें:
- कीटनाशक और लार्वानाशक दवाइयों का छिड़काव करें
- अपने घर के आसपास साफ सफाई रखें.
- घर में मच्छरदानी का उपयोग करें
- घर में या आसपास पानी जमा न होने दें
- मच्छर से बचने वाले रिप्लेंट या कॉयल का प्रयोग करें
- पेड़ पौधों के पास जाएं या घर के बाहर निकलें तो शरीर को ढक कर निकलें
- घर में भी पूरे कपड़े पहन कर रहें.
- पानी की टंकी को ढक कर रखें
- स्वस्थ खान पान करें, ताकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी बनी रहे.
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