ऋषिकेश/देहरादूनः प्रदेश में चल रही चारधाम यात्रा में प्रतिदिन हजारों की संख्या में बाहरी राज्यों से श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर आ रहे हैं. इस बीच बाहरी राज्य से आ रहे तीर्थयात्री ठगी का शिकार भी हो रहे हैं. मंगलवार को आंध्र प्रदेश यात्रियों ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी होने का पता चला है.
मंगलवार को ऋषिकेश के खांड़ गांव में बनाए गए अस्थाई चेकिंग केंद्र पर देहरादून एसएसपी अजय सिंह के साथ ही अधिकारी यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जांच कर रहे थे. इस दौरान चारधाम यात्रा पर आंध्र प्रदेश से आए 11 सदस्यीय दल का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फर्जी मिला. ट्रैवल एजेंसी द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में फर्जी तरीके से तारीखों में हेरफेर किया जाना सामने आया.
ठगी का शिकार हुए तीर्थयात्रियों ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए कुल 11 लोगों का दिल्ली की ट्रैवल एजेंसी से ऑनलाइन चारधाम पैकेज बुक किया गया था. इसके संबंध में उनके द्वारा कंपनी के कर्मचारी कुमकुम वर्मा और डायरेक्टर ऋषि राज से फोन के जरिए बातचीत की गई. ट्रैवल एजेंसी संचालकों ने ही उनके 11 सदस्यीय दल का चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन और ठहरने आदि की व्यवस्था करने का आश्वासन देते हुए उनसे 2 लाख 33 हजार रुपए भुगतान के रूप में लिए और ये बताया कि चारधाम यात्रा के लिए उन सभी का 25 मई से 30 मई के बीच का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा.
इस दौरान 21 मई को ट्रैवल एजेंसी संचालक कुमकुम वर्मा ने व्हाट्सएप के जरिए रजिस्ट्रेशन की पीडीएफ फाइल भेजी. जिसे लेकर दल चारधाम यात्रा के लिए आज ऋषिकेश पहुंचा तो यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चेक करने पर उनके रजिस्ट्रेशन की वास्तविक तारीख 1 जून से 10 जून के बीच की पाई गई. इसके बाद उनके साथ धोखाधड़ी होने का पता चला. इस पर महिला ने ट्रैवल एजेंसी संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. दूसरी तरफ प्रशासन के सहयोग से हैदराबाद से आए दल को चारधाम यात्रा कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं. एसएसपी अजय सिंह ने यात्रियों के साथ हुई धोखाधड़ी के संबंध में तत्काल संबंधित ट्रैवल एजेंसी संचालक के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
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