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दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा तो बदलेगा आपके ऑफिस का समय, सड़कों पर पौधे लेकर निकलेंगी महिलाएं, जानिए क्यों - Delhi pollution control plan

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 2 hours ago

WINTER ACTION PLAN TO CONTROL POLLUTION IN DELHI: दिल्ली सरकार प्रदूषण की रोकथाम को लेकर सख्त है. हर साल सर्दी के मौसम में राजधानी की हालत किसी गैंसचैंबर जैसी हो जाती है. ऐसे में इस बार प्रदूषण रोकने के लिए सरकार कई नए कदम उठाए जा रही है.

दिल्ली में प्रदूषण कंट्रोल करने का तरीका
दिल्ली में प्रदूषण कंट्रोल करने का तरीका (Etv Bharat)

नई दिल्लीः सर्दियां शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर में धुंध की चादर छा जाती है. हर साल सर्दियों में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर विंटर एक्शन प्लान तैयार किया जाता है. इस बार भी विंटर एक्शन प्लान तैयार किया गया है. इस बार भी कई नए कदम उठाए जा रहे हैं. ऐसे में अगर राजधानी में प्रदूषण का स्तर बढ़ा तो ऑफिस खुलने का समय बदल सकता है. लोगों को निजी वाहन की जगह सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करना पड़ सकता है. फिर से ऑड-ईवन भी लागू किया जा सकता है. इसके साथ ही दिल्ली में महिलाएं कलश में पौधे लेकर घूमेंगी. ये कदम पौधारोपण के प्रति जागरुकता के लिए लिया गया है.

ऑफिस के समय में बदलाव की तैयारीः दिल्ली में बड़ी संख्या में ऑफिस हैं. लाखों लोग दिल्ली व दिल्ली से बाहर से यहां नौकरी के लिए आते हैं. बड़ी संख्या में लोग अपने निजी वाहन से आते हैं. ज्यादातर कार्यालय एक साथ खुलते हैं. ऐसे में एक साथ दिल्ली की सड़कों पर वाहनों के दबाव बढ़ जाता है. इससे जाम लगने लगता है. जाम में फंसे वाहन धुआं उगलते हैं. इससे प्रदूषण होता है.

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के मुताबिक, सबसे अधिक प्रदूषण वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण होता है. ऐसे में इस बार पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की तरफ से कहा गया है कि एक साथ सभी दफ्तर न खुलें, इसके लिए काम किया जाएगा. अलग-अलग समय पर दफ्तर खुलेंगे तो सड़कों पर अचानक वाहनों का दबाव नहीं बढ़ेगा. इससे जाम नहीं लगेगा. इससे प्रदूषण कम होगा. इसके साथ ही लोगों को वर्क फ्राम होम भी मिल सकता है. दिल्ली सरकार सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को वर्क फ्रॉम होम के लिए प्रमोट करेगी.

पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाना पड़ सकता है ऑफिस: पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की ओर से कहा गया कि इस बार सर्दियों में प्रदूषण की रोकथाम के लिए स्वैच्छिक वाहन प्रतिबंध यानी की लोगों से स्वेच्छा से वाहन न चलाने की अपील की जाएगी. लोगों से अपील की जाएगी कि वह निजी वाहनों को छोड़कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें, जिससे प्रदूषण के स्तर में कमी आ सके.

ऑड-ईवन से लोगों को हो सकती है समस्याः दिल्ली में सरकार इस बार फिस से ऑड-ईवन लागू करने की तैयारी में है. यदि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 से अधिक होगा तो दिल्ली सरकार ऑड-ईवन लागू कर सकती है. जिन वाहनों के नंबर का आखिरी डिजिट ऑड यानी विषम नंबर होगा व विषम नंबर की तारीख पर वाहन दिल्ली में चला सकते हैं. इसी तरीके से ईवन वाले दिन सम नंबर के वाहन को इवन वाले दिन चला सकेंगे. इससे दिल्ली की सड़कों पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा और प्रदूषण कम होगा

हॉटस्पॉट की कैमरे से होगी निगरानीः दिल्ली में प्रदूषण के 13 हॉटस्पॉट हैं. पहली बार इन हॉटस्पॉट की ड्रोन से निगरानी की जाएगी. हॉटस्पॉट दिल्ली के वो इलाके हैं, जहां पर प्रदूषण सबसे अधिक होता है. यहां पर ड्रोन के जरिए पता लगाया जाएगा कि प्रदूषण क्यों हो रहा है. इसके बाद उन कारणों पर भी काम किया जाएगा. इस बार दिल्ली सरकार ने ये भी निर्णय लिया है कि प्रदूषण की रोकथाम में जो भी बेहतर काम करेगा उसको हरित रत्न पुरस्कार दिया जाएगा.

कलश में पौधे लेकर परेड करेंगी महिलाएंः पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पौधों के प्रति जागरुकता बढ़ने के लिए हरित कलश यात्रा निकाली जाएगी. महिलाएं कलश में पौधा लेकर यह यात्रा निकालेंगी. जिससे लोग पौधे लगाने के प्रति जागरूक हों. साथ ही दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की परेड निकाली जाएगी, जिससे लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदें और प्रदूषण न हो. धर्मिक, व्यापारिक, आरडब्ल्यूए समेत अन्य संगठन मिलकर एंटी पॉल्यूशन मार्च निकालेंगे. लोगों को प्रदूषण न फैलाने के लिए जागरूक किया जाएगा.

इस बार हो सकती है आर्टिफिशियल रेनः दिल्ली में बीती सर्दियों में प्रदूषण बढ़ने पर आर्टिफिशियल रेन कराए जाने की तैयारी की गई थी, लेकिन इसके लिए कई तरह की अनुमति चाहिए थी, जिसकी वजह से आर्टिफिशियल रेन नहीं कराई जा सकी थी. मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि इस बार आर्टिफिशियल रेन के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है. जिससे की आवश्यकता पड़ने पर समय से बारिश कराई जा सके.

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  1. प्रदूषण की रोकथाम के लिए दिल्ली में 7 अक्टूबर से एंटी डस्ट अभियान, निगरानी के लिए 530 टीमों का गठन
  2. दिल्ली में 'युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध' अभियान शुरू, साफ हवा के लिए लगेंगी 21 पाबंदियां, जानिए

नई दिल्लीः सर्दियां शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर में धुंध की चादर छा जाती है. हर साल सर्दियों में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर विंटर एक्शन प्लान तैयार किया जाता है. इस बार भी विंटर एक्शन प्लान तैयार किया गया है. इस बार भी कई नए कदम उठाए जा रहे हैं. ऐसे में अगर राजधानी में प्रदूषण का स्तर बढ़ा तो ऑफिस खुलने का समय बदल सकता है. लोगों को निजी वाहन की जगह सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करना पड़ सकता है. फिर से ऑड-ईवन भी लागू किया जा सकता है. इसके साथ ही दिल्ली में महिलाएं कलश में पौधे लेकर घूमेंगी. ये कदम पौधारोपण के प्रति जागरुकता के लिए लिया गया है.

ऑफिस के समय में बदलाव की तैयारीः दिल्ली में बड़ी संख्या में ऑफिस हैं. लाखों लोग दिल्ली व दिल्ली से बाहर से यहां नौकरी के लिए आते हैं. बड़ी संख्या में लोग अपने निजी वाहन से आते हैं. ज्यादातर कार्यालय एक साथ खुलते हैं. ऐसे में एक साथ दिल्ली की सड़कों पर वाहनों के दबाव बढ़ जाता है. इससे जाम लगने लगता है. जाम में फंसे वाहन धुआं उगलते हैं. इससे प्रदूषण होता है.

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के मुताबिक, सबसे अधिक प्रदूषण वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण होता है. ऐसे में इस बार पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की तरफ से कहा गया है कि एक साथ सभी दफ्तर न खुलें, इसके लिए काम किया जाएगा. अलग-अलग समय पर दफ्तर खुलेंगे तो सड़कों पर अचानक वाहनों का दबाव नहीं बढ़ेगा. इससे जाम नहीं लगेगा. इससे प्रदूषण कम होगा. इसके साथ ही लोगों को वर्क फ्राम होम भी मिल सकता है. दिल्ली सरकार सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को वर्क फ्रॉम होम के लिए प्रमोट करेगी.

पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाना पड़ सकता है ऑफिस: पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की ओर से कहा गया कि इस बार सर्दियों में प्रदूषण की रोकथाम के लिए स्वैच्छिक वाहन प्रतिबंध यानी की लोगों से स्वेच्छा से वाहन न चलाने की अपील की जाएगी. लोगों से अपील की जाएगी कि वह निजी वाहनों को छोड़कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें, जिससे प्रदूषण के स्तर में कमी आ सके.

ऑड-ईवन से लोगों को हो सकती है समस्याः दिल्ली में सरकार इस बार फिस से ऑड-ईवन लागू करने की तैयारी में है. यदि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 से अधिक होगा तो दिल्ली सरकार ऑड-ईवन लागू कर सकती है. जिन वाहनों के नंबर का आखिरी डिजिट ऑड यानी विषम नंबर होगा व विषम नंबर की तारीख पर वाहन दिल्ली में चला सकते हैं. इसी तरीके से ईवन वाले दिन सम नंबर के वाहन को इवन वाले दिन चला सकेंगे. इससे दिल्ली की सड़कों पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा और प्रदूषण कम होगा

हॉटस्पॉट की कैमरे से होगी निगरानीः दिल्ली में प्रदूषण के 13 हॉटस्पॉट हैं. पहली बार इन हॉटस्पॉट की ड्रोन से निगरानी की जाएगी. हॉटस्पॉट दिल्ली के वो इलाके हैं, जहां पर प्रदूषण सबसे अधिक होता है. यहां पर ड्रोन के जरिए पता लगाया जाएगा कि प्रदूषण क्यों हो रहा है. इसके बाद उन कारणों पर भी काम किया जाएगा. इस बार दिल्ली सरकार ने ये भी निर्णय लिया है कि प्रदूषण की रोकथाम में जो भी बेहतर काम करेगा उसको हरित रत्न पुरस्कार दिया जाएगा.

कलश में पौधे लेकर परेड करेंगी महिलाएंः पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पौधों के प्रति जागरुकता बढ़ने के लिए हरित कलश यात्रा निकाली जाएगी. महिलाएं कलश में पौधा लेकर यह यात्रा निकालेंगी. जिससे लोग पौधे लगाने के प्रति जागरूक हों. साथ ही दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की परेड निकाली जाएगी, जिससे लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदें और प्रदूषण न हो. धर्मिक, व्यापारिक, आरडब्ल्यूए समेत अन्य संगठन मिलकर एंटी पॉल्यूशन मार्च निकालेंगे. लोगों को प्रदूषण न फैलाने के लिए जागरूक किया जाएगा.

इस बार हो सकती है आर्टिफिशियल रेनः दिल्ली में बीती सर्दियों में प्रदूषण बढ़ने पर आर्टिफिशियल रेन कराए जाने की तैयारी की गई थी, लेकिन इसके लिए कई तरह की अनुमति चाहिए थी, जिसकी वजह से आर्टिफिशियल रेन नहीं कराई जा सकी थी. मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि इस बार आर्टिफिशियल रेन के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है. जिससे की आवश्यकता पड़ने पर समय से बारिश कराई जा सके.

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