नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पैरोल पर फरार चल रहे रेप के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी 5 साल की मासूम बच्ची के सनसनीखेज अपहरण और बलात्कार मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. आरोपी करोना काल में रिहाई के बाद से सरेंडर नहीं किया और वो अप्रैल 2020 के बाद से फरार चल रहा था. आरोपी मूल रूप से बिहार के छपरा का रहने वाला है.
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अमित गोयल के मुताबिक, अंतरराज्यीय अपराध शाखा, चाणक्यपुरी की टीम ने जिस आरोपी को गिरफ्तार किया उसके खिलाफ बवाना थाने में साल 2012 में एक 5 साल की नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने का मामला दर्ज था. यह मामला पीड़िता के पिता की शिकायत पर दर्ज किया गया था. आरोपी श्री भगवान पीड़िता के परिवार का परिचित था. इस मामले में कोर्ट ने आरोपी को दोषी करार दिया था और उसको आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
कोविड-19 के दौरान उसको पैरोल पर रिहा कर दिया गया. उसको फरवरी 2021 में जेल में सरेंडर करना था लेकिन सरेंडर करने की बजाय वह पुलिस से बचते हुए अपने ठिकाने बदलता रहा था. जेल प्रशासन ने आरोपी के फरार रहने के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद उसको पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया. टीम ने उसका पता लगाने के लिए उसके रिकॉर्ड में दर्ज पत्ते पर दबिश दी. तब पता चला कि बवाना में वह और उसका परिवार नहीं रहता और किसी अन्य जगहों पर स्थानांतरित हो गया है.
टीम ने जेजे कॉलोनियों में भी छापेमारी की और वहां के प्रधानों से संपर्क भी किया लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाए. इसके बाद आरोपी का सुराग लगाने के लिए नांगलोई इलाके में ठेकेदारों और बेलदारों से संपर्क किया गया. इस दौरान एक ठेकेदार ने आरोपी की तस्वीर पहचान ली और बताया कि अक्सर उसको नांगलोई के लेबर चौक से उठाते हैं. इस सुराग के हासिल होने के बाद 11 जून को टीम ने लेबर चौक, नांगलोई से आरोपी को घर दबोच लिया.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि साल 2012 में वो दिल्ली के जेजे कॉलोनी, बवाना में रहता था. तब वह 5 साल की पीड़िता को बेर खिलाने के बहाने बहला फुसला कर बवाना नहर के पास ले गया था और उसके साथ रेप किया. पैरोल रिहाई के बाद वह वापस जेल में सरेंडर करने नहीं आया. वह अपने परिवार के साथ नांगलोई की अमर कॉलोनी में किराए के मकान पर रहा रहा है और बेलदारी करता है.
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